अडानी ग्रुप को मिला जयपुर एयरपोर्ट का जिम्मा
केंद्र की मोदी सरकार ने जयपुर एयरपोर्ट को निजी हाथों में देने की मंजूरी दे दी है. जयपुर एयरपोर्ट को आगामी 50 सालों के लिए निजी हाथों में दिया गया है. इसका संचालन अडानी ग्रुप के जिम्मे है
. जयपुर समेत 3 एयरपोर्ट के निजीकरण को मंजूरी दे दी गई है.
केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद जयपुर, गुवाहाटी और त्रिवेंद्रम को निजी हाथों में दे दिया गया है. जबकि लखनऊ, अहमदाबाद और मंगलुरू एयरपोर्ट पहले ही निजी हाथों में दिए जा चुके हैं. निजी हाथों में दिए जाने के बाद जहां एयरपोर्ट में सुविधाओं में खासी बढ़ोतरी होगी.
एयरपोर्ट के निजी हाथों में जाने से सुविधाएं तो बढ़ेगी लेकिन हवाई सफर करना महंगा हो सकता है. माना जा रहा है कि एयरपोर्ट आने वाले हर वाहन पर 50 रु. एंट्री शुल्क लग सकता है. साथ ही कंपनी दुकानों का किराया और एयरलाइंस के काउंटर की कीमत बढ़ाएगी जिसका भार यात्री से वसूला जाएगा.
जयपुर एयरपोर्ट के लिए अडानी समूह एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्रति घरेलू यात्री के लिए 174 रुपए जबकि प्रति अंतरराष्ट्रीय यात्री के लिए 348 रुपए का भुगतान करेगा.