ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर मचा हड़कंप, गृह मंत्रालय गंभीर, 31 दिसंबर तक जारी हुए नए आदेश
इसको लेकर अब केंद्र सरकार भी बेहद गंभीर हो गई है और एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.

दक्षिण अफ्रीकी समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण के ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से प्रसार ने भारत की चिंता बढ़ा दी है. इसको लेकर अब केंद्र सरकार भी बेहद गंभीर हो गई है और एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आज इस संबंध में नए आदेश जारी कर दिए गए है. कोविड-19 के रोकथाम को लेकर जो गाइडलाइंस आदेश 28 सितंबर को जारी किए गए थे अब उसको 31 दिसंबर, 2021 तक विस्तार दे दिया गया है. अब कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर उठाए गए सभी नियमों को 31 दिसंबर तक अनुपालन करना अनिवार्य होगा. यानी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए कोरोना वायरस की मौजूदा गाइडलाइंस की वैधता को अब 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ा दिया गया है.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आदेशों में दक्षिण अफ्रीका के कुछ देशों का हवाला देते हुए कहा है कि इन देशों में कोविड-19 का नया वेरिएंट बी.1.1529 तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर 25 नवंबर, 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को एडवाइजरी भी जारी की थी. जिसमें इन देशों से आने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट्स के यात्रियों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग संबंधी दिशानिर्देश दिए गए थे. इसमें उनके सैंपल आदि को INSACOG Genome Sequencing Laboratories (IGSLs) को भेजने संबंधी आदेश भी दिए गए थे.
इसके साथ ही सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को यह भी आदेश दिए गए हैं कि वह राज्य सर्विलांस आधिकारी के जरिए इन सभी आईजीएसएल के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन स्थापित करें जिससे कि जिनोमिक विश्लेषण का शीघ्रता के साथ परिणाम प्राप्त किया जा सके. इस दिशा में राज्यों/यूटी को जनस्वास्थ्य मनकों के लिए तुरंत कदम उठाने हों