सपा समर्थकों ने दारोगा को कहा-तुम हमारा झंडा नोचोगे हम तुम्हारे..
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें समाजवादी पार्टी का एक पार्षद दारोगा को धमकी देते दिख रहा है.
विधानसभा चुनाव जैसे- जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही राजनीति पार्टियों में हलचल तेज हो गई है. जनता को लुभाने के लिए व अपनी छवि सुधारने के लिए हर कोई मैदान पर उतर आया है, लेकिन वहीं कुछ समर्थक अपनी पार्टी की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं. इसी कड़ी में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें समाजवादी पार्टी का एक पार्षद दारोगा को धमकी देते दिख रहा है. वायरल वीडियो में नेता धमकी देते हुए कह रहे हैं कि अगर तुम हमारा पोस्टर नोचोगे तो हम तुम्हारा बिल्ला नोच देंगे.
दरअसल बीजेपी के नवनिर्मित क्षेत्रीय कार्यालय के विरोध में लगे सपा नेताओं के बैनर को हटाने के बाद समाजवादी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. इस दौरान समाजवादी पार्टी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष अर्पित यादव की पुलिस से नोकझोंक हो गई.
बता दें कि अर्पित यादव अपने साथी के साथ मंगलवार सुबह लगभग 4 बजे क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. अर्पित यादव ने क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर बैनर लगा दिया. जिसमें लिखा था कि मौंरग मंडी खाली कराई गई पूरी जमीन पर बनना था दक्षिणवासियों के लिए अस्पताल बना दिया गया पहले बीजेपी कार्यालय. कानपुर दक्षिणवासियों पर रहम करो.
भाजपा के नए क्षेत्रीय कार्यालय बनने का विरोध कर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल करने पर बर्रा पुलिस ने सपा युवजन सभा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया. कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर हंगामा किया. पुलिस ने उसके खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की.
सपा युवजन सभा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष अर्पित यादव ने कहा कि वह सालों से नौबस्ता पुरानी मंडी में सरकारी अस्पताल बनवाने की मांग कर रहे थे पर भाजपा सरकार में अस्पताल नहीं पहले क्षेत्रीय कार्यालय बन गया. मंगलवार को सीएम के उद्घाटन करने से पहले ही सुबह तड़के उन्होंने कार्यालय के बाहर बैनर और काला कपड़ा दिखा फोटो खिंचवाई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी.
वहीं, बर्रा थाने में अर्पित यादव की बर्रा चौकी इंचार्ज पवन मिश्रा से काफी बहस हुई. इस दौरान पुलिस पर सपा का झंडा नोचने का आरोप लगा. मुख्यमंत्री के आगमन पर विरोध जताने के दौरान बर्रा पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी, पार्षद जेपी पाल और शैलेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया. इंस्पेक्टर ने बताया कि तीनों को मुख्यमंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद मुचलके पर छोड़े गए.