रामविलास की अंतिम यात्रा में समर्थकों की दिखी भारी भीड़, पहली पत्नी का हुआ रो रोकर बुरा हाल

74 साल के रामविलास पासवान कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम पांच बजे दिल्ली से पटना पहुंचा

रामविलास की अंतिम यात्रा में समर्थकों की दिखी भारी भीड़, पहली पत्नी का हुआ रो रोकर बुरा हाल

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के मौत के बाद राजनीति में शौक की लहर दौड़ गई है। आज पटना में अंतिम संस्कार हो गया है। उनका लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम निधन हो गया था। 74 साल के रामविलास पासवान कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम पांच बजे दिल्ली से पटना पहुंचा। एयरपोर्ट पर रामविलास पासवान के अंतिम दर्शनों के लिए समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई।

वहीं सुबह-सुबह रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी अपने गांव से अंतिम दर्शन को पटना स्थित आवास पहुंचीं। आंसुओं से भरी आंखों के साथ जैसे ही वह पहुंची तो शव देखकर जार-बेजार होकर रोने लगीं। इस मौके पर चिराग पासवान सहित परिवार के तमाम लोगों मौजूद थे।

बता दें कि राजकुमारी की शादी महज 13 साल की उम्र में रामविलास पासवान से हुई थी. रामविलास उस समय 14 साल के थे. 1967 में एमएलए बनने के बाद राजकुमारी देवी, रामविलास पासवान के साथ आर ब्लॉक स्थित एमएलए फ्लैट में रहीं।  फिर रामविलास पासवान एमपी बन गए। सालों तक सबकुछ ठीक रहा, लेकिन फिर सब बदल गया। उनकी बेटी आशा पासवान 7 साल की थीं तभी से रामविलास पासवान ने इस परिवार से नाता तोड़ लिया था।

गौरतलब है कि रामविलास पासवान की पहली शादी 1960 में खगड़िया की ही रहने वाली राजकुमारी देवी से हुई थी. इसके बाद1981 में राजकुमारी देवी को तलाक देने की बात उन्होंने खुद कही थी। इसके बाद 1983 में पासवान ने रीना शर्मा से दूसरा विवाह किया।  जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी हैं। बेटा चिराग पासवान लोजपा के अध्यक्ष हैं और जमुई से सांसद हैं।