True Indology के समर्थन में उतरे राज्यवर्धन राठौड़, कहा- सोशल मीडिया पर सरकारी कार्यालय होने चाहिए, सरकारी अधिकारी नहीं
सभी का मानना है कि True Indology ट्विटर अकाउंट का सस्पेंसन बहाल किया जाए
ट्विटर पर इस समय समय #BringBackTrueIndology इस ट्रेंड पर बड़े-बड़े दिग्गज ट्वीट कर रहे हैं। सभी का मानना है कि True Indology ट्विटर अकाउंट का सस्पेंसन बहाल किया जाए। यही नहीं बेंगलुरु की आईपीएस डी रूपा के खिलाफ ट्विटर पर ट्रेंड भी चल रहा है। लोकप्रिय ट्विटर अकाउंट ट्रू इंडोलॉजी (True Indology) को IPS अधिकारी डी रूपा के साथ बहस होने के बाद निलंबित कर दिया गया है। वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘सोशल मीडिया पर सरकारी कार्यालय होने चाहिए, सरकारी अधिकारी नहीं।’
उनके मुताबिक, “सरकारी कार्यालय सोशल मीडिया पर होने चाहिए लेकिन सरकारी अधिकारी नहीं। उनके हैंडल को नागरिकों की सेवा करनी चाहिए क्योंकि इसलिए ही वे कार्यालय में हैं। (शायद निजी क्षमता में वे सोशल मीडिया पर हो सकते हैं लेकिन फिर उन्हें धर्म / राजनीति आदि पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए)।”
Government offices should be on social media but not government officers. Their handle should serve the citizens b’coz that’s why they are in office.
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) November 18, 2020
(Perhaps in private capacity they may be on it but then they should not comment on religion/politics etc)#BringBackTrueIndology