लखीमपुर खीरी कांड : प्रियंका गांधी का आरोप- न वकीलों से मिलने दिया जा रहा और न दिखाई जा रही FIR की कापी
बिना किसी कानूनी आधार के उनके सांविधानिक अधिकारों का हनन करते हुए उन्हें सीतापुर पीएसी परिसर में कैद रखा गया है
लखीमपुर खीरी कांड के बाद से पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद पर अड़ी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी हिरासत को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बयान जारी कर आरोप लगाया है कि उन्हें गैर कानूनी तरीके से बलपूवर्क हिरासत में लिया गया। बिना किसी कानूनी आधार के उनके सांविधानिक अधिकारों का हनन करते हुए उन्हें सीतापुर पीएसी परिसर में कैद रखा गया है।
कांग्रेस महासचिव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि 38 घंटे तक हिरासत में रखने के बाद भी उन्हें कोई नोटिस या एफआइआर नहीं दी गई है। प्रियंका ने कहा कि उन्हें अब तक किसी मजिस्ट्रेट या न्यायिक अधिकारी के समक्ष पेश तक नहीं किया गया है और न ही उन्हें अपने वकील से मिलने दिया गया है, जो की सुबह से ही परिसर के गेट पर खड़े हैं। बता दें कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका सोमवार सुबह से सीतापुर में द्वितीय वाहिनी पीएसी के गेस्ट हाउस में हैं। वह लखीमपुर खीरी जाने पर अड़ी हैं, लेकिन वहां धारा 144 लागू होने की वजह से यह अनुमति नहीं मिल पा रही है।
मंगलवार देर शाम प्रियंका ने कहा कि पीएसी परिसर लाए जाने के 38 घंटे बाद मंगलवार शाम 6.30 बजे तक पुलिस, प्रशासन या सरकार ने यह नहीं बताया कि उन्हें किन कारणों से और किन धाराओं में हिरासत में लिया गया है। 11 पाबंद लोगों में प्रशासन ने प्रियंका के साथ उन दो लोगों को भी नामजद कर दिया, जो लखनऊ से सिर्फ कपड़े देने आए थे। प्रियंका का कहना है कि मुझे सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह ने धारा 151 के तहत गिरफ्तार होने की मौखिक जानकारी दी थी।