चौथी जन चौपाल में बोले प्रधानमंत्री मोदी -भाजपा आई तो आपकी सुरक्षा होगी, ये आए तो पूरे होंगे गुंडों के सपने

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ बिजनौर से वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़े। इन तीनों जिलों में दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है

चौथी जन चौपाल में बोले प्रधानमंत्री मोदी -भाजपा आई तो आपकी सुरक्षा होगी, ये आए तो पूरे होंगे गुंडों के सपने

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार का काम संभाल लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने सोमवार को चौथी जन चौपाल में बिजनौर, अमरोहा तथा मुरादाबाद के विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ बिजनौर से वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़े। इन तीनों जिलों में दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन चौपाल की शुरुआत मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की लाइनों से की। उन्होंने कहा कि अपनी बात की शुरुआत मैं इस क्षेत्र के ही मशहूर कवि दुष्यंत कुमार जी की दो लाइनों से करूंगा। उन्होंने कहा था- यहां तक आते आते सूख जाती हैं कईं नदियां, मुझे मालूम हैं पानी कहां ठहरा हुआ होगा। इसके बाद उन्होंने कहा कि यह धरती, भगवान श्रीकृष्ण और पांडवों के श्रीचरणों की साक्षी है, महात्मा विदुर की कर्मभूमि और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीर सपूत पैदा करने वाली इस धरती को मैं आदर पूर्वक नमन करता हूं। आज यहां बिजनौर के साथ ही अमरोहा और मुरादाबाद के साथी भी जुड़े हुए हैं। उनका भी मैं स्वागत करता हूं।

पीएम मोदी ने कहा दुष्यंत कुमार जी ने लिखा था, यहां तक आते आते, सूख जाती हैं कई नदियां, मुझे मालूम है पानी कहां ठहरा हुआ होगा। 2017 से पहले यूपी में भी विकास की नदी का पानी ठहरा हुआ था। ये पानी नकली समाजवादियों के परिवार में उनके करीबियों में ठहरा हुआ था। इन लोगों को सामान्य लोगों की प्यास गरीबी की प्यास से कभी मतलब नहीं रहा, सिर्फ अपनी प्यास बुझाते रहे, अपने करीबियों की प्यास बुझाते रहे और अपनी तिजोरियों की प्यास बुझाते रहे। बस अपना स्वार्थ सोचने वाली यही प्यास विकास की नदी के हर बहाव को सोख लेती है। अपना घर भर लेने की यही प्यास गरीबों को घर नहीं देने देती थी। अपनी जेबें भर लेने की यही प्यास गरीब का राशन चट कर जाती थी। प्रोजेक्ट लटकाकर कमाई करने की इसी प्यास से लालफीताशाही और लेटलतीफी को ताकत मिलती थी।