ASEAN Summit 2021 में बोले PM मोदी, कहा- कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में भी दोस्ती की कसौटी रहा भारत-आसियान
उन्होंने इस बात पर पूरा विश्वास जताया कि कोरोना काल में हमारा आपसी सहयोग भविष्य में हमारे संबंधों को मजबूत करता रहेगा और हमारे लोगों के बीच सद्भावना का आधार बनेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आसियान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण हम सभी को बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। यह चुनौतीपूर्ण समय भी भारत-आसियान मित्रता की परीक्षा थी। उन्होंने इस बात पर पूरा विश्वास जताया कि कोरोना काल में हमारा आपसी सहयोग भविष्य में हमारे संबंधों को मजबूत करता रहेगा और हमारे लोगों के बीच सद्भावना का आधार बनेगा।
आसियान से भारत के संबंधों पर अपने विचार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि अगले वर्ष हमारी पार्टनरशिप के 30 वर्ष पूरे हो रहे हैं। वहीं, भारत की आजादी के भी 75 वर्ष अगले वर्ष पूरे हो जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत को इस बात का गर्व और हर्ष है कि इस महत्वपूर्ण पड़ाव को हम 'आसियान-भारत मित्रता वर्ष' के रूप में मनाएंगे।
पीएम मोदी ने आसियान को दिए अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि इतिहास गवाह रहा है कि भारत और आसियान के बीच हजारों साल से जीवंत संबंध रहे हैं। इस बात का गवाह इतिहास रहा है। इसकी झलक साझा मूल्य, परम्पराएं, भाषाएं, ग्रन्थ, वास्तुकला, संस्कृति, खान-पान में भी दिखाई देती है। इस संगठन की एकजुटता हमेशा से ही भारत की प्राथमिकता रही है।
कोविड से शुरू हुई विश्व की जंग के बाबत उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में हम सभी को कई चुनौतियों से जूझना पड़ा है, लेकिन ऐसे समय में भी भारत आसियान मित्रता की कसौटी भी रहा। इस दौरान दोनों के बीच सहयोग बढ़ा। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी यह सहयोग बढ़ता रहेगा। इस वर्ष आसियान सम्मेलन की अध्यक्षता करने के लिए उन्होंने ब्रुनेई के सुल्तान हसनाल बोलखी को बधाई भी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा ही आसियान के सिद्धांतों का पालन पूरी ईमानदारी के साथ किया है।