कासगंज मामले ने लिया सियासी रंग, मायावती व प्रियंका गांधी ने UP पुलिस पर उठाए सवाल
कासगंज के सदर कोतवाली की हवालात में बंद अल्ताफ नाम के युवक की संदिग्ध मौत के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का बयान आया है.
गोरखपुर. कासगंज के सदर कोतवाली की हवालात में बंद अल्ताफ नाम के युवक की संदिग्ध मौत का मामला गरमाने लगा है. इस मामले को लेकर पुलिस की थ्योरी पर सवाल भी उठने लगे हैं. यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है. मामले ने पूरे प्रदेश का सियासी पारा गरम कर दिया है.
इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कासगंज में पुलिस कस्टडी में एक और युवक की मौत अति-दुखद व शर्मनाक. सरकार घटना की उच्चस्तरीय जाँच कराकर दोषियों को सख़्त सजा दे तथा पीड़ित परिवार की मदद भी करें. उन्होंने आगे कहा कि यूपी सरकार आए दिन कस्टडी में मौत रोकने व पुलिस को जनता की रक्षक बनाने में विफल साबित हो रही है. यह अति चिंता की बात है.
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने युवक की मौत पर कहा यूपी में रक्षक भक्षक बन गए है. भाजपा राज में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कासगंज ज़िले के एक पुलिस थाने में 22 वर्षीय मुसलमान युवक की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली.
पुलिस का कहना है कि एक नाबालिग़ लड़की के लापता होने के मामले में पूछताछ के लिए बुलाए गए युवक अल्ताफ़ ने थाना परिसर में बने शौचालय में आत्महत्या की है. वहीं युवक के परिजनों ने पुलिस पर पीट-पीट कर हत्या करने के आरोप लगए हैं.
अल्ताफ़ के पिता चाहत मियां के मुताबिक वो खुद अपने बेटे अल्ताफ़ को पुलिस चौकी में छोड़कर आए थे. तब पुलिस ने भरोसा दिया था कि वो पूछताछ करके छोड़ देंगे मगर अब उसकी हत्या कर दी गई है. इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं विपक्षी दल मामले को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं.