इस देश में फिर बढ़ रहा है coronavirus का कहर, वैक्सीनेट हो चुके लोगों को दोबारा लगेगा टीका
दूसरी ओर, रूस में अब जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उन्हें दोबारा से वैक्सीन लगाई जाएगी
दुनिया में कोरोना वायरस के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट नई चुनौती बनते जा रहे हैं। ब्रिटेन के साइंटिफिक एडवायजरी ग्रुप फॉर इमरजेंसी ने सर्दियों में कोरोना की स्थिति गंभीर होने की आशंका जाहिर की है। दूसरी ओर, रूस में अब जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उन्हें दोबारा से वैक्सीन लगाई जाएगी।
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने कहा है कि देश के कई इलाकों में संक्रमण की स्थिति गंभीर है। इसलिए इन इलाकों में फिर से लोगों के टीकाकरण की योजना पर काम किया जा रहा है। रशियन टाइम्स की रिपोर्ट में ये बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को में कोरोना के नए केस लगातार बढ़ रहे हैं। रूस में बीते 24 घंटों में 17 हजार 378 नए मामले आए। इस दौरान 440 लोगों की मौत हुई। सोमवार को संसद के निचले सदन में पुतिन ने कहा-‘दुर्भाग्य से कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है।
ब्लूमबर्ग वैक्सीनेशन ट्रैकर के अनुसार दुनिया को टीके सप्लाई कर रहे रूस में अब तक 3 करोड़ लोगों को ही टीके लगे हैं। ये कुल आबादी का 11.2% ही है. इसमें भी 12.3% लोगों को पहली डोज और 10.2% लोगों को दोनों डोज लगी हैं।
जानकारी हो कि रूस की स्पुतनिक-V वैक्सीन दुनिया की पहली रजिस्टर्ड कोरोना वैक्सीन है। इस वैक्सीन की सफलता 91. 4 फीसदी है। स्पुतनिक-V की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रोडक्शन के पहले के फाइनल चरण में कुल 78 कन्फर्म कोरोना केस पर इसका ट्रायल किया गया। इनमे से 62 पर प्लेसिबो डोज़ और 16 पर वैक्सीन डोज़ दी गई। जिसका नतीजा 91.4 फीसदी सफलता के तौर पर आया। भारत में हाल ही में इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है, जिसके बाद ये वैक्सीन सेंटरों पर मिलने भी लगा है।