हाथरस मामले में बड़ा एलान, मीडिया को मिली अनुमति, पीड़िता परिवार ने नार्को टेस्ट के लिए किया मना, लगाए गंभीर आरोप

पीड़िता की भाभी ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि वह और उनका परिवार नार्को टेस्ट नहीं कराएगा क्योंकि वह झूठ नहीं बोल रहे हैं

हाथरस मामले में बड़ा एलान, मीडिया को मिली अनुमति, पीड़िता परिवार ने नार्को टेस्ट के लिए किया मना, लगाए गंभीर आरोप

हाथरस गैंगरेप का मामला गहराता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने मीडिया को हाथरस मामले के पीड़ित के गांव में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। पीड़िता की भाभी ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि वह और उनका परिवार नार्को टेस्ट नहीं कराएगा क्योंकि वह झूठ नहीं बोल रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने डीएम और एसपी के भी नार्को टेस्ट की मांग की। परिवार का आरोप है कि पुलिस वाले धमकाते थे, बोलते थे कि कोरोना से मरती तो मुआवजा नहीं मिलता।

पीड़िता की भाभी ने कहा कि कल यहां कोई एसआईटी की टीम नहीं आई थी। परसों पूछताछ हुई थी। डीएम साहब बोलते थे कि तुम्हारी बेटी अगर कोरोना से मर जाती तो क्या कर लेते। तब क्या मुआवजा मिलता।'

पीड़िता की भाभी ने कहा, जब हमने शव दिखाने की बात कही तो डीएम ने कहा कि आपको पता है पोस्टमॉर्टम के बाद डेड बॉडी का क्या हाल हो जाता है, हथौड़े से मारकर हड्डियां तोड़ दी जाती है। पोस्टमॉर्टम की वजह से बहुत कटी-फटी हालत में है। तुम लोग नहीं देख पाओगे। दस दिन तक खाना नहीं खा पाओगे। सो नहीं पाओगे।'