प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को दी जाएगी धार,एंटी-स्मॉग गन से आब-ओ-हवा में होगा बदलाव

बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिए अलग- अलग जगहों पर नगर निगम  एंटी-स्मॉग गन लगाने की कवायद तेज कर दी है. इनका रूट तय करने के साथ ही बुधवार से सुबह और शाम छिड़काव भी शुरू करा दिया गया.

 प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को दी जाएगी धार,एंटी-स्मॉग गन से आब-ओ-हवा में होगा बदलाव

कानपुर. धीरे-धीरे मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही शहर की आबोहवा भी बिगड़ने लगी है. रोजाना वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट होने लगी है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर की भी हालत बिगड़ती जा रही है. बुधवार को शहर की हवा में फिर प्रदूषण की मात्रा का इजाफा हुआ है. 17 नवंबर को आईआईटी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 257 था, जो आज गुरुवार को बढ़कर 305 तक पहुंच गया. यहीं नहीं बाकी क्षेत्रों के एक्यूआई में भी पांच से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

बदलते मौसम का प्रभाव को के स्वास्थ पर पड़ रहा. खराब हवा का स्तर फेफड़े संबंधी रोगियों के लिए हानिकारक है. इसके अलावा शहर में बढ़ते डेंगू के कहर ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है. 

इस बीच शहर के डीएम विशाख जी. की चेतावनी के बाद बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिए अलग- अलग जगहों पर नगर निगम  एंटी-स्मॉग गन लगाने की कवायद तेज कर दी है. इनका रूट तय करने के साथ ही बुधवार से सुबह और शाम छिड़काव भी शुरू करा दिया गया. 

बता दें कि  एंटी-स्मॉग गन वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक उपकरण है और ये वायुमंडल में धूल और अन्य कणों को व्यवस्थित करने के लिए पानी का छिड़काव करता है. 
नगर निगम के अधिशासी अभियंता (पर्यावरण) आरके पाल के मुताबिक ये चार एंटी स्मॉग गन हर सुबह सात से 11 बजे तक और दूसरी शिफ्ट में दोपहर तीन बजे से पानी का छिड़काव करेंगी. यह समय इसलिए चुना गया है, ताकि यातायात का दबाव बढ़ने से पहले प्रमुख रूटों में पानी का छिड़काव हो जाए और जाम भी न लगे.

- दो एंटी स्मॉग गन जीटी रोड पर आईआईटी से रामादेवी होते हुए एयरपोर्ट तक छिड़काव करेंगी.
- तीसरी गाड़ी विजय नगर से साउथ सिटी में गोविंद नगर, किदवई नगर सहित अन्य मोहल्लों में और चौथी गाड़ी रामबाग, अस्सी फीट रोड, नेहरू नगर, मोतीझील, स्वरूप नगर, आर्य नगर, छह बंगलिया रोड, बजरिया आदि मोहल्लों में छिड़काव करेगी.
- इसके अलावा दो टैंकरों से भी सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कराया गया है.