राज कुंद्रा को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, नोटिस से पहले मिटाने लगे थे सबूत
इसके बाद शनिवार को सरकारी वकील अरुणा पई ने पुलिस की कारवाई का पक्ष रखा
अश्लील फिल्में बनाने और कुछ ऐप के जरिए उन्हें प्रसारित करने के आरोपी राज कुंद्रा की याचिका पर शनिवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में बहस हुई। वरिष्ठ सरकारी वकील अरुणा पई ने अदालत में पुलिस का पक्ष रखा। आपको बता दें कि कुंद्रा ने अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर पिछले दिनों कुंद्रा के वकील आबाद पोंडा ने अपने मुवक्किल का पक्ष रखा था। इसके बाद शनिवार को सरकारी वकील अरुणा पई ने पुलिस की कारवाई का पक्ष रखा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में तकनीकी खराबी के चलते पई अपनी बात नहीं रख पा रही थी, जिसके कारण कोर्ट ने मामले की सुनवाई सोमवार तक टाल दी है और कहा है कि सोमवार को अदालत में फिजिकल सुनवाई की जाएगी।
सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि 5 फरवरी 2021 को मुंबई के मालवानी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज किया गया और फिर इसे क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया> इसके बाद 9 आरोपियों के खिलाफ 3 अप्रैल को चार्जशीट पेश की गई।
पई ने कहा कि राज कुंद्रा और आईटी हेड रेयान थोर्पे दोनों आरोपी गंभीर अपराध में शामिल थे। दोनों आरोपी वीडियो बनाकर हॉटशॉट्स ऐप और बॉलीफेम ऐप स्ट्रीमिंग के लिए अपलोड कर देते थे। इन दोनों ऐप से 51 पोर्नोग्राफी मूवी जब्त की जा चुकी हैं।