अस्पताल में गुंडागर्दी, इलाज ठप: मरीज की मौत के बाद परिजनों ने मेल नर्स को लात-घूंसों से पीटा, नर्सिंगकर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार

एक बार फिर नर्सिंगकर्मी से मारपीट का मामला सामने आया है. ट्रोमा सेंटर (Trauma Center) में रविवार देर रात दहशतगर्दों के तांडव की बानगी है.

अस्पताल में गुंडागर्दी, इलाज ठप: मरीज की मौत के बाद परिजनों ने मेल नर्स को लात-घूंसों से पीटा, नर्सिंगकर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार

राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस (SMSHospital) में एक बार फिर नर्सिंगकर्मी से मारपीट का मामला सामने आया है. ट्रोमा सेंटर (Trauma Center) में रविवार देर रात दहशतगर्दों के तांडव की बानगी है. मरीज की मौत के बाद डेढ़ दर्जन से अधिक असामाजिक तत्वों ने एक मेल नर्स (Male Nurse) को लात-घूंसों से जमकर पीटा, साथ ही पूरे ट्रोमा सेन्टर में तोडफोड भी की. घटना की सूचना मिलने पर सुबह नर्सेज में जबदस्त रोष देखा गया.   नर्सिंगकर्मी से हुई मारपीट के बाद अस्पताल के तमाम नर्सिंग कर्मचारियों ने सोमवार को कार्य का बहिष्कार कर दिया। मारपीट की घटना के बाद अस्पताल में व्यवस्थाएं चरमरा गईं हैं और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। करीब 5 घंटे बाद प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद नर्सिंगकर्मी काम पर लौटे।

जानकारी के मुताबिक टोंक रोड स्थित SMS अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में सुबह तड़के एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद मृत मरीज के परिजन और उसके साथ करीब 10-15 युवक अस्पताल पहुंच गए, जहां उनकी नर्सिंग कर्मचारियों से जबरदस्त बहस हो गई। गुस्साए युवकों ने नर्सिंगकर्मी मुनीराज के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे लात-घूंसों से जबरदस्त पीटा, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। घटना को देख वार्ड में भर्ती मरीजों व अन्य नर्सिंगकर्मियों में दहशत फैल गई। युवक यहीं नहीं रूके और उन्होने वार्ड में रखे सामान, दवाईयां तक जमीन पर गिरा दिए और दरवाजे-खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। घटना के बाद जैसे-तैसे कर वहां मौजूद अन्य नर्सिंग कर्मचारियों और सुरक्षा गार्डों ने बीच-बचाव किया। इस दौरान नर्सिंगकर्मी के काफी चोटें भी आई। इस घटना के बाद आक्रोशित नर्सिंग कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया।

अस्पताल अधीक्षक से वार्ता के लिए पहुंचे नर्सिंगकर्मी


इधर, कार्य बहिष्कार के बाद नर्सिंग कर्मचारियों के दल ने SMS अस्पताल के अधीक्षक के चैंबर के बाहर प्रदर्शन किया। नर्सिंग कर्मचारियों की एसोसिएशन के अध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी ने बताया कि नर्सिंग कर्मचारी 24 घंटे अस्पताल में सेवाएं देते हैं। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी रेजीडेंट्स डॉक्टर्स और कई नर्सिंग कर्मचारियों से मारपीट हो चुकी है, लेकिन बावजूद उसके सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हुए हैं। इसी मुद्दे को लेकर नर्सिंग कर्मचारियों की एक टीम अस्पताल अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों से वार्ता करने पहुंची, जहां उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, तब जाकर कर्मचारी वापस काम पर लौ
प्यारेलाल चौधरी ने बताया कि एसएमएस अस्पताल की तर्ज पर ट्रोमा सेंटर के पास भी अशोक नगर थाना पुलिस की एक चौकी खोलने का आश्वासन दिया हैं। इसके अलावा सुरक्षा गार्डो में भूतपूर्व सैनिकों को लगाने और गार्डो की संख्या बढ़ाने की बात प्रशासन ने कही हैं। इसके साथ ही प्रशासन ने मामले की FIR पुलिस थाने में दर्ज करवाने और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही करवाने की भी बात कही हैं।