एक्शन मे योगी सरकार: गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने का आदेश जारी, राकेश टिकैत बोले- नहीं करेंगे सरेंडर

उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को जगह खाली करने का अल्टिमेटम दिया है।

एक्शन मे योगी सरकार: गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने का आदेश जारी, राकेश टिकैत बोले- नहीं करेंगे सरेंडर

ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस का एक्शन जारी है. गुरुवार को पुलिस द्वारा कई किसान नेताओं को नोटिस थमाया गया. गणतंत्र दिवस के दौरान निकली ट्रैक्टर परेड के बीच हुई हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मुलाकात की. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक्शन में आ गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को जगह खाली करने का अल्टिमेटम दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात तक गाजीपुर बॉर्डर खाली हो सकता है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने धरना दे रहे किसानों को धरनास्थल से हटने का अल्टिमेटम दिया है। साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी ने राज्य के सभी डीएम और एसपी को किसान का आंदोलन खत्म कराने के आदेश दिया है और उन्हें सारे बॉर्डर से किसानों को हटाने के लिए बोल दिया है। उसके बाद अब खबर आ रही है कि गाजियाबाद के डीएम ने बॉर्डर खाली कराने का आदेश जारी कर दिया है। डीएम ने प्रदर्शनकारियों को जगह खाली करने को कह दिया है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के पहले ही बागपत जिले में धरना दे रहे किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। बड़ौत इलाके में किसान बीते 19 दिसंबर से धरने पर बैठे थे। हालांकि पुलिस ने धरना जबरन समाप्त कराए जाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि किसानों ने स्वेच्छा से अपना प्रदर्शन खत्म किया है। वहीं, किसानों का कहना है कि पुलिस ने उनके ऊपर लाठियां चलाईं, उनके तंबू हटाए और वहां से खदेड़ दिया।

राकेश टिकैत बोले- नहीं करेंगे सरेंडर

किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे. हमारा धरना जारी रहेगा. राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले की घटना के लिए जो जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए. राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है. उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है. इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है. राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले पर कौन लोग थे, सुप्रीम कोर्ट के जज उसकी जांच करें. कमेटी जांच करे और पता लगाए कि वहां झंडा लगाने वाले कौन थे.


आपको बता दें कि योगी सरकार के कड़े रुख के बाद गाजीपुर बॉर्डर (Gajipur Border) पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। पुलिस बल लगातार बॉर्डर पर मार्च कर रहे हैं। पुलिस बल एक्शन की तैयारी कर रही है। और दिल्ली पुलिस कमिश्नर खुफिया अफसरों के साथ हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन भानू ने भी बुधवार को चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन को समाप्त कर दिया था। दोनों किसान संगठनों ने दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद अपने संगठनों को प्रदर्शन से अलग कर लिया है।