विश्व बैडमिंटन चैंपियन स्टार पीवी सिंधु ने ट्वीट कर सबको चौंकाया, लिखा 'I RETIRE'

पीवी सिंधु ने अपने ट्वीट में लिखा है कि डेनमार्क ओपन आखिरी टूर्नामेंट था और अब वह खेल से संन्‍यास लेने का मन बना चुकी हैं।

विश्व बैडमिंटन चैंपियन स्टार पीवी सिंधु ने ट्वीट कर सबको चौंकाया, लिखा  'I RETIRE'

विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधू ने एक ट्वीट के जरिए अपने प्रशंसकों को चौंका दिया। पीवी सिंधु ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है-'I RETIRE'. ऐसे में कयास लगाए जाने लगे कि उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास तो नहीं ले लिया है? यही वजह रही कि सभी अचानक से सोच में पड़ गए और उन्हें लगा कि सिंधू ने शायद संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है, लेकिन ऐसा नहीं है।  पीवी सिंधु ने अपने ट्वीट में लिखा है कि डेनमार्क ओपन आखिरी टूर्नामेंट था और अब वह खेल से संन्‍यास लेने का मन बना चुकी हैं। रियो ओलम्पिक में सिल्वर मेडल विजेता सिंधू का यह ट्वीट देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और सभी के बीच इस बैडमिंटन खिलाड़ी के संन्यास की चर्चा होने लगी।


सिंधु ने अपने बयान में कहा है कि, 'मैं काफी दिनों से सोच रही थी कि मैं अपने विचारों को साफ तौर से रखूं, मै इस बात को स्वीकार करती हूं कि मैं इससे काफी वक्त से जूझ रही हूं, आप जानते हैं, मुझे अच्छा महसूस नहीं हो रहा है, इसलिए मैं आज ये संदेश लिखकर बता रही हूं कि. अब मैं और ज्यादा इसका सामना नहीं कर सकती'


आपको बता दे की पीवी सिंधू ने संन्यास नहीं लिया है, बल्कि उन्होंने कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह ट्वीट किया है। अपने पोस्ट के पहले पेज पर उन्होंने लिखा, 'डेनमार्क ओपन आखिरी स्‍ट्रॉ था। मैंने संन्‍यास लिया।' इसके बाद दूसरे पेज में उन्होंने कोराना वायरस का जिक्र करते हुए लिखा,  'ये महामारी मेरे लिए आंखे खोल देने वाली घटना थी. मैं खुद को गेम के आखिर तक सबसे मजबूत विपक्षी के लिए ट्रेन कर सकती हूं. मैंने ऐसा पहले भी किया है, मैं ऐसा दोबारा भी कर सकती हूं, लेकिन इस अदृश्य वायरस का सामना कैसे करुं जिसने पूरी दुनिया पर ब्रेक लगा दिया है. महीनों से हम अपने घरों में हैं और अभी भी खुद से सवाल कर रहे हैं कि क्या हम बाहर निकलें या नहीं'. 

आगे सिंधू ने लिखा, "कोरोना लॉकडाउन की वजह से घर में रहते हुए कई महीने गुजर गए और अब जब भी बाहर जाते हैं, अपने आप से ही सवाल पूछते हैं। इन दिनों ऑनलाइन दिल को तोड़ने वाली इतनी कहानियां पढ़ीं कि खुद से ही सवाल करने लगी हूं कि आखिर हम कहां जी रहे हैं।"