अमेरिका ने तालिबान से कहा दो टूक, जरूरत पड़ने पर अफगानिस्तान में करते रहेंगे ड्रोन हमले
अमेरिकी ने हाल ही में काबुल एयरपोर्ट के पास हुए आत्मघाती हमले के बाद आइएस के योजनाकार के साथ-साथ रिहायशी इलाके में मौजूद एक संदिग्ध कार पर ड्रोन से हमला किया था
अमेरिका ने तालिबान से दो टूक कह दिया है कि जरूरत पड़ने पर वह अफगानिस्तान में ड्रोन हमले करता रहेगा। पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने मंगलवार को कहा कि भले ही अफगानिस्तान में उनकी सैन्य उपस्थिति खत्म हो गई है, लेकिन पेंटागन इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत (आइएसआइएस-के) और अफगानिस्तान के भीतर अन्य के खिलाफ जरूरत पड़ने पर ड्रोन हमले करना जारी रखेगा।
अमेरिकी ने हाल ही में काबुल एयरपोर्ट के पास हुए आत्मघाती हमले के बाद आइएस के योजनाकार के साथ-साथ रिहायशी इलाके में मौजूद एक संदिग्ध कार पर ड्रोन से हमला किया था। इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 अफगान नगरिकों की मौत हुई थी। इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत (आइएसआइएस-के) ने इस हमलों की जिम्मेदारी ली थी। फक्स न्यूज ने बताया कि किर्बी ने संकेत दिया है कि अगर भविष्य में खतरा पैदा होता है तो पेंटागन ड्रोन हमलों का इस्तेमाल करेगा।
फाक्स न्यूज ने एनपीआर के साथ एक किर्बी के साक्षात्कार के हवाले से कहा कि हमारे पास अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा और बचाव सुनिश्चित करने के लिए पूरी क्षमता है। किर्बी ने कहा, 'भविष्य के संचालन के बारे में अनुमान लगाए बिना, हम उन क्षमताओं को बनाए रखना जारी रखेंगे और आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग करेंगे।
संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने सबसे लंबे सैन्य अभियान के बाद मंगलवार सुबह अफगानिस्तान छोड़ दिया। अफगानिस्तान में अमेरिका के 20 साल के युद्ध को समाप्त करने पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला करने वाले इस्लामिक स्टेट-खोरासान प्रांत (ISIS-K) को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी हमारा बदला पूरा नहीं हुआ है। बाइडन ने कहा कि जो लोग अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, हम ऐसे लोगों को ढूंढ़कर मारेंगे और उन्हे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।