पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव,ममता ने जताई आपत्ति-पूछा 8 राउंड में वोटिंग क्यों ?
सीएम ममता बनर्जी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि असम में सिर्फ 3 राउंड में ही वोटिंग होगी। इसके अलावा तीन राज्यों में एक ही चरण में मतदान होना है,
पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के शेड्यूल का ऐलान चुनाव आयोग की ओर से किया जा रहा है। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए चुनाव होंगे। इस बीच मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है। लेकिन इसी के साथ दीदी के गढ़ बंगाल (BengalElection) में सियासी घमासान तेज हो गया है. तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम पार्टियों ने चुनावों को अपने हक में करने के लिए ताकत झोंक दी है. सीएम ममता बनर्जी ने चुनाव की तारीखों पर ऐलान पर आपत्ति जताई है.
सीएम ममता बनर्जी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि असम में सिर्फ 3 राउंड में ही वोटिंग होगी। इसके अलावा तीन राज्यों में एक ही चरण में मतदान होना है, जबकि पश्चिम बंगाल में 8 राउंड में वोटिंग कराई जाएगी। यह गलत बात है। चुनाव आयोग के ऐलान के तुरंद बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आयोग ने एक ही जिले में दो या तीन राउंड में वोटिंग का फैसला लिया है।
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने बीजेपी के कहने पर 8 राउंड में चुनाव कराने का फैसला लिया है। उन्हें जो बीजेपी ने कहा है, वही किया गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि आखिर अन्य राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल में भी एक ही राउंट में वोटिंग क्यों नहीं कराई जा रही। इस दौरान ममता बनर्जी ने बांग्ला कार्ड खेलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कोई बंगाली ही राज करेगा। बता दें कि पश्चिम बंगाल में हमेशा से कई चरणों में मतदान होता रहा है। 2016 के विधानसभा चुनावों का आयोजन भी 7 चरणों में हुआ था।
8 चरणों में होगा मतदान
दरअसल पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान होगा. बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण में मतदान होगा. दूसरे चरण में 1 अप्रैल को मतदान होगा. तीसरे चरण में 6 अप्रैल, चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवें चरण में 17 अप्रैल, छठे चरण में 22 अप्रैल, सातवें चरण में 26 अप्रैल और आठवें चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा. जबकि मतगणना 2 मई को की जाएगी.
पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी, जबकि असम में बीजेपी बहुमत वाली अपनी पहली सरकार को बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। तमिलनाडु में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी एआईएडीएमके और डीएमके के बीच होगा। यह पहला चुनाव होगा, जब दोनों ही दलों के दिग्गज नेता रहे जयललिता और के. करुणानिधि की गैर-मौजूदगी में चुनाव होगा। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में हाल ही में फ्लोर टेस्ट में असफल रहने के बाद कांग्रेस की सरकार गिरी है।