West Bengal Assembly Election 2021: 7 मार्च को मोदी करेंगे बंगाल में चुनावी शंखनाद, शाह व नड्डा करेंगे 50-50 चुनावी रैलियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में धुंआधार 20 रैलियां करेंगे। पीएम मोदी सात मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान से रैली का आगाज करेंगे।

West Bengal Assembly Election 2021: 7 मार्च को मोदी करेंगे बंगाल में चुनावी शंखनाद, शाह व नड्डा करेंगे 50-50 चुनावी रैलियां

बंगाल में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी हो गई है। चुनाव के लिए भाजपा ने अब अपनी तैयारियां और तेज कर दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में धुंआधार 20 रैलियां करेंगे। पीएम मोदी सात मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान से रैली का आगाज करेंगे।  जिसमें करीब 15 लाख की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. बीजेपी की योजना बंगाल की राजनीति की सबसे बड़ी रैली कराने की है. बताया जा रहा है कि बंगाल में पीएम मोदी कुल 20 रैलियां करेंगे। 

बताया जा रहा है कि बंगाल भाजपा ने हर बड़े जिलों में दो और छोटे जिलों में एक रैली का केंद्रीय टीम से आग्रह किया था. लिहाजा पीएम मोदी की 25 से 30 रैलियां कराने की मांग की थी. लेकिन फिलहाल बंगाल में मोदी की 20 रैलियों का ही खाका तैयार किया गया है. 

पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी के बंगाल ईकाई के नेताओं ने पार्टी नेताओं को डोर-टू-डोर कैंपेन करने का निर्देश दिया है. पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर मोदी की ब्रिगेड सभा में शामिल होने के लिए प्रचार कर रहे हैं. का ऐलान अभी नहीं हुआ है.

8 चरणों में विधानसभा चुनाव

पश्चिम बंगाल में पहले चरण के तहत राज्य के 5 जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत 4 जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण के तहत 31 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल, चौथे चरण के तहत 5 जिलों की 44 सीटों पर 10 अप्रैल, पांचवें चरण के तहत 6 जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण के तहत 4 जिलों की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण के तहत 5 जिलों की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और आठवें चरण के तहत 4 जिलों की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा. पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई को पूरा हो रहा है.

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 294 सीटें हैं. वर्तमान में यहां तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में ममता की टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें, कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी. यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए.