NASA को मिली बड़ी कामयाबी, चंद्रमा सतह पर मिला पानी, इंसानी बस्तियों को बसाने में मिलेगी मदद

नासा के स्ट्रैटोस्फेरिक ऑर्ब्जवेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) ने इस बात की पुष्टि की है कि पहली बार चंद्रमा की सतह पर सूरज की किरणें पड़ने वाले क्षेत्र में पानी यह खोज की गई है

NASA को मिली बड़ी कामयाबी, चंद्रमा सतह पर मिला पानी, इंसानी बस्तियों को बसाने में मिलेगी मदद

कोरोना काल के बीच नासा बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। नासा ने चंद्रमा की सतह पर पानी खोजने का दावा किया है। नासा के स्ट्रैटोस्फेरिक ऑर्ब्जवेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) ने इस बात की पुष्टि की है कि पहली बार चंद्रमा की सतह पर सूरज की किरणें पड़ने वाले क्षेत्र में पानी यह खोज की गई है।

इस खोज से यह साफ हो जाता है कि पानी को चंद्रमा की सतह तक वितरित किया जा सकता है, और यह सिर्फ ठंड या छाया वाले स्थानों तक सीमित नहीं है। एसओएफआईए (SOFIA) ने चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्ध में स्थित, पृथ्वी से दिखाई देने वाले सबसे बड़े गड्ढों में से एक, क्लेवियस क्रेटर में पानी के अणुओं (H2O) का पता लगाया है।

चंद्रमा की सतह के अब तक पिछले ऑबजरवेशन के दौरान हाइड्रोजन के कुछ रूप का पता लगाया गया, लेकिन यह पानी और उसके करीबी रासायनिक चीज हाइड्रॉक्सिल (OH) के बीच अंतर करने में असमर्थ था। इस स्थान से प्राप्त डेटा के अनुसार, 100 से 412 पार्ट्स प्रति मिलियन की सांद्रता में पानी का पता चलता है और यह लगभग 12 औंस पानी की बोतल के बराबर है जो चंद्रमा की सतह पर फैली मिट्टी के घन (क्यूबिक) मीटर में फंसा हुआ है। इस खोज को नेचर एस्ट्रोनॉमी के नए एडिशन में प्रकाशित किए गए हैं।