Uttarakhand flood Update : अब तक 32 लोगों की मौत, 197 लोग लापता, 30 लोगों के फंसे होने की आशंका
एनटीपीसी की क्षतिग्रस्त तपोवन प्रोजेक्ट की सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और अब मरीन कमांडो का दस्ता भी पहुंच चुका है
उत्तराखंड में आई तबाही का आज चौथा दिन है। जिंदगी और मौत का संघर्ष जारी है। चमोली हादसे में हुए नुकसान के बाद अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। एनटीपीसी की क्षतिग्रस्त तपोवन प्रोजेक्ट की सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और अब मरीन कमांडो का दस्ता भी पहुंच चुका है। अबतक 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 197 लोग लापता हैं।
उत्तराखंड आपदा के बाद राहत और बचाव का काम चौथे दिन भी जारी है। 174 लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। तपोवन टनल में अब भी 30 लोगों के फंसे होने की आशंका है। आपदा में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। 6 और शव मिले है। टनल में जलस्तर बढ़ने से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। इस वजह से ड्रोन और लेजर इमेजिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब से थोड़ी देर बाद 11 बजे राहत एजेंसियों की अहम बैठक है।
तपोवन में भूमिगत टनल के अंदर फंसे कुछ नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के कर्मचारियों ने कहा, 'जब सभी उम्मीदें खत्म हो गईं, हमने गाने गाए, गढ़वाली और नेपाली गाने गाए, एक-दूसरे को शायरी सुनाई और खुद में आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए हर कोशिश की।
चमोली में आई आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित रैणी और लाता गांव में सीएम त्रिवेंद्र रावत ने दौरा किया और हालातों का जायजा लिया। लापता लोगों के परिजनों से भी सीएम ने मुलाकात की। इन इलाकों में राहत सामग्री, खाने का सामान और स्वास्थ सेवा पहुंचाने का काम जारी है। आज सुबह रैणी और तपोवन टनल में फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है।