किसान आंदोलन पर संसद में हंगामा, राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित

राज्यसभा (Rajya Sabha) में मंगलवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने किसानों के आंदोलन को लेकर जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है।

किसान आंदोलन पर संसद में हंगामा, राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित

राज्यसभा (Rajya Sabha) में मंगलवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने किसानों के आंदोलन को लेकर जोरदार हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है। इससे पहले सदन की कार्रवाई तीन बार स्थगित की गयी थी। गौरतलब है कि किसान केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून के विरोध में राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हुए हैं और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं।


विपक्षी दलों के सदस्याें ने शून्यकाल और प्रश्नकाल के दौरान किसानों के आंदोलन के मुद्दे को उठाया जिसके कारण पहली बार सदन की कार्यवाही साढ़े दस बजे और दुबारा कार्यवाही शुरू हाेने पर साढ़े ग्यारह बजे तक और फिर साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस दौरान सदन के बीच में आकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की। 12:30 बजे जब कार्यवाही फिर से शुरु हुई तो विपक्षी दलों का हंगामा एक बार फिर से शुरु हो गया और अंत मे कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 

सदन में हंगामे के दौरान उपराष्ट्रपति और सभापति वैंकेया नायडू ने विपक्ष को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि कृषि कानूनों पर चर्चा हुई थी। ये गतल उदाहरण मत पेश करिए। लोगों को गुमराह न करिए कि कोई चर्चा नहीं हुई थी। वोटिंग हुई थी और सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने सुझाव और तर्क दिए थे। उप-राष्ट्रपति ने भी सदस्यों को नियमों का पालन करने के लिए कहा। हंगामे के दौरान सदस्यों से बारबार अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया गया और कल किसानों के मुद्दे को उठाने का आग्रह किया गया।


इससे पहले नायडू के इस मामले पर अनुमति नहीं देने पर विपक्षी दल के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए। इसके बाद प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी दल के सदस्य सदन में आ गए और हंगामा करने लगे। श्री नायडू ने कहा कि सदस्य इस मामले पर सदन से वाकआउट कर गए थे और उन्हें प्रश्नकाल के दौरान सदन को अव्यवस्थित नहीं करना चाहिए। उन्होंने सदस्यों से सहयोग करने का अनुरोध किया और कहा कि वह कल सदन में इस मुद्दे को उठा सकते हैं।