14 जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला के लिए सरकार ने कसी कमर, चाक-चौबंद होगी सुरक्षा
संगम की नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला की इस कोरोना महामारी के बीच सुनियोजित और सुरक्षा-व्यवस्था के बीच समाप्त करवाना यूपी सरकार के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी
संगम की नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला की इस कोरोना महामारी के बीच सुनियोजित और सुरक्षा-व्यवस्था के बीच समाप्त करवाना यूपी सरकार के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी. माघ मेले की सुरक्षा को लेकर सरकार ने 5 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात करने का आदेश जारी कर दिया है. माघ मेले में जिन पांच हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा वो फिजिकली फिट, नॉन एल्कोहलिक और अच्छे व्यवहार करने वाले होंगे.
इसके साथ ही संगम की रेती पर लगने वाले इस आस्था के महापर्व पर उन अफसरों और पुलिस कर्मियों को खास वरीयता दी जाएगी जिनकी अंग्रेजी भाषा पर पकड़ अच्छी होगी. क्योंकि माघ मेले में देश के अलावा दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं. जिसको देखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया है. माघ मेले में तैनात किए जाने वाले 5 हजार पुलिस कर्मियों में 35 सौ ऐसे होंगे जिन्हें दूसरे जिलों से बुलाया जाएगा. जबकि 15सौ पुलिसकर्मी जिले के होंगे.
मेले में किसी भी श्रद्धालु को कोई समस्या न हो इसका भी खास ख्याल रखा गया है. इसके लिए मेले के अंदर 13 थाने, तेरह फायर स्टेशन और 38 चौकियां बनाई जाएंगी. मेले में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एटीएस, वीडीएस और एसटीएफ की टीमें मेले की निगरानी करेंगी.
मेले में आने वाले सभी साधु-संतों का आरटी पीसीआर जांच करने के बाद ही मेला परिसर में प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही 15 दिनों के बाद मेले में रैंडम कोविड टेस्ट कराने की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी. पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी, ड्रोन कैमरे और वॉच टावर से नजर रखी जाएगी.
बता दें कि, कुछ दिन पहले प्रयागराज मेला प्राधिकरण की बैठक में फैसला किया गया है कि माघ मेले में कल्पवास के लिए आने वाले साधु-संतों और कल्पवासियों को मेले में प्रवेश के लिए अपने साथ कोविड जांच की रिपोर्ट देनी होगी.
संतो-कल्पवासियों के शिविरों में हर हफ्ते होगा कोरोना सर्वे किया जाएगा. मेले में आध्यात्मिक संस्थाओं के शिविरों का सर्वे कर कोविड पॉजिटिव रोगियों डेटाबेस तैयार किया जाएगा ताकि संक्रमण मेले में न फैलने पाए. माघ मेले में आये कल्पवासियों का पखवाड़े के अंदर एंटीजन टेस्ट होगा.
संगम की रेती पर 14 जनवरी से शुरु होगा विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला शुरू होने वाला है. कोरोना काल में ये सबसे बड़ा मानव समागम होगा. हर साल करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. इसलिए मेला प्राधिकरण के सामने सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती होगी.