हाथरस केस: सीबीआई चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू को लेकर आई अस्थाई कैंप ऑफिस, भाई भी है मौजूद
हाथरस केस में सीबीआई की तफ्तीश लगातार जारी है. शुक्रवार को सीबीआई की टीम करीब 2 बजे बुलगढ़ी गांव से उस शख्स को पूछताछ के लिए अपने अस्थाई कैंप ऑफिस लेकर आई है, जिसके खेत में कथित सामूहिक दुष्कर्म
हाथरस केस में सीबीआई की तफ्तीश लगातार जारी है. शुक्रवार को सीबीआई की टीम करीब 2 बजे बुलगढ़ी गांव से उस शख्स को पूछताछ के लिए अपने अस्थाई कैंप ऑफिस लेकर आई है, जिसके खेत में कथित सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. जिस शख्स को सीबीआई अपने अस्थाई कैंप ऑफिस लाई है उसका नाम विक्रम उर्फ छोटू है. छोटू के भाई को भी पूछताछ के लिए लाया गया है.
दरअसल, छोटू वो चश्मदीद गवाह है जो घटनाक्रम के बाद मौके पर मौजूद था. ऐसे में सीबीआई छोटू से पूछताछ कर इस घटनाक्रम की अहम कड़ियों को जोड़ना चाहती है. इससे पहले सीबीआई ने लगातार तीन दिन जाकर बुलगढ़ी गांव में पूछताछ की है. पहले 2 दिन सीबीआई ने पीड़ित पक्ष, घटनास्थल और अंतिम संस्कार स्थल का मुआयना किया था.
बृहस्पतिवार को सीबीआई की टीम ने करीब 3 घंटे से ज्यादा तक आरोपी पक्ष के यहां लगातार पूछताछ की थी. इसके साथ ही कई सारी संदिग्ध वस्तुओं को भी सीबीआई की टीम ने बरामद किया. सीबीआई टीम ने बृहस्पतिवार को आरोपी पक्ष के यहां से फोन बरामद किया और कॉल डिटेल्स खंगाली. टीम ने एक कपड़ा भी बरामद किया है जिसकी फॉरेंसिक टीम अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रही है.
बता दें कि, हाथरस के बहाने प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश की जांच भी अब एसटीएफ की स्पेशल यूनिट करेगी. चंदपा थाने में गंभीर धाराओं में दर्ज मामला अब एसटीएफ की स्पेशल यूनिट के हवाले कर दिया गया है. अब तक की जांच में योगी सरकार को बदनाम करने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों और फंडिंग के पुख्ता प्रमाण मिले हैं.
अब इस घटना के बहाने रची जा रही साजिशों के पर्दाफाश के लिए एसटीएफ की स्पेशल यूनिट गठित की गई है. पाकिस्तान, यूएई और बांग्लादेश समेत तमाम इस्लामिक देशों से योगी सरकार को बदनाम करने के लिए की गई फंडिंग और साजिशों की बात सामने आई है.