‘तीनों कानून वापस लो’, बेनीवाल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में की नारेबाज़ी, कांग्रेस-AAP ने किया बहिष्कार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की स्पीच के दौरान कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी की। उन्होंने अपनी वीडियोग्राफी भी की और इसे मीडिया में भी जारी किया।

‘तीनों कानून वापस लो’, बेनीवाल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में की नारेबाज़ी, कांग्रेस-AAP ने किया बहिष्कार

कृषि कानूनों के विरोध में आज विपक्षी पार्टियों ने संसद में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण का बहिष्कार किया. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि वे लोग कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे लोग किसानों के साथ खड़े हैं. चौधरी ने यह भी कहा कि अभिभाषण का बहिष्कार करने का मतलब राष्ट्रपति का अपमान नहीं है.


राष्ट्रपति का अभिभाषण चल रहा था. लेकिन इसी बीच सूबे में किसान और जाट नेता हनुमान बेनीवाल हाथ में तख्ती लेकर सदन में तख्ती लहराते हुए विरोध शुरू कर दिया.


बजट सेशन के पहले दिन राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने सदन का नियम तोड़ा। बेनीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की स्पीच के दौरान कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी की। उन्होंने अपनी वीडियोग्राफी भी की और इसे मीडिया में भी जारी किया। जबकि, सदन में लोकसभा और राज्यसभा के कैमरों के अलावा किसी को भी वीडियोग्राफी की इजाजत नहीं है।


दरअसल यहां आरएलपी सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल ने संसद सत्र (BudgetSession) के दौरान ही किसानों की मांग पूरी करने का मुद्दा उठा दिया. मांग की गई कि केन्द्र ने जो बिल पास किए हैं उन्हें वापस लिया जाए. संसद में हनुमान बेनीवाल के दूसरे साथी यानी अकाली दल भी विरोध कर रहे थे. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रवेश कर रहे थे, उनकी ओर से भी देखते हुए भी बेनीवाल ने प्रदर्शन किया.

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में दिखाए कार्ड,  कार्ड पर लिखा “तीनों काले कानून वापिस लो”. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तीनों कृषि बिल वापस लेना ही पड़ेगा.


गौरतलब है कि किसानों के समर्थन में कानून वापस लेने की मांग करते हुए एनडीए से अलग होने की घोषणा भी कर दी. इसके बाद से उन्होंने नागौर सहित राज्य के अन्य जिलों से किसानों को साथ लेकर दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन किया था.