TMC में लग सकती है इस्तीफों की छड़ी, शुभेंदु संग टीएमसी का एक और सांसद भाजपा में होगा शामिल - 60 और नेताओं की पार्टी छोड़ने की चर्चा

शुभेंदु अधिकारी के बाद एक और सांसद की पार्टी छोड़ने की खबर सामने आ रही है. वहीं चर्चा इस बात की भी है कि अधिकारी के साथ 60 और नेताओं ने पार्टी छोड़ने का मानस बना लिया है.

TMC में लग सकती है इस्तीफों की छड़ी, शुभेंदु संग टीएमसी का एक और सांसद भाजपा में होगा शामिल - 60 और नेताओं की पार्टी छोड़ने की चर्चा

पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।  तृणमूल कांग्रेस  के दिग्गज नेता और ममता के करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी के बाद एक और सांसद की पार्टी छोड़ने की खबर सामने आ रही है. वहीं चर्चा इस बात की भी है कि अधिकारी के साथ 60 और नेताओं ने पार्टी छोड़ने का मानस बना लिया है. खास बात है कि अधिकारी काफी समय से ममता बनर्जी सरकार से नाखुश चल रहे थे. उन्होंने काफी समय पहले ही पार्टी छोड़ने के संकेत दे दिए थे.  माना जा रहा है कि बंगाल दौरे पर आ रहे गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

यह सांसद भी टीएमसी से ले सकता है विदा

बता दें कि विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद शुभेंदु  अधिकारी ने टीएमसी के कई असंतुष्ट नेताओं से मुलाकात की। इनमें वरिष्ठ सांसद सुनील मंडल और आसनसोल के नगर निगम प्रमुख जितेंद्र तिवारी का नाम भी शामिल है। सूत्रों का दावा है कि पार्टी के 60 कद्दावर नेता धीरे-धीरे भाजपा में शामिल हो जाएंगे।खास बात है कि ये सभी नेता टीएमसी के कामों से काफी असंतुष्ट हैं. वहीं बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी के बड़े नेता लगातार राज्य के दौरे कर रहे हैं.

ममता बनर्जी का फूटा बागियों पर गुस्सा

बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्मंत्री ममता बनर्जी ने कहा ‘बंगाल’ में चंबल के डाकू और बाहर के गुंडे घुस आए थे. उस समय उन्होंने पुलिस को डराया और कभी-कभी टीएमसी (Trimool Congress) को भी धमकियां दीं. आज टीएमसी की जड़ें बरगद के पेड़ की तरह गहरी हैं.’ इसके अलावा उन्होंने पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं पर भी निशाना साधा. सीएम ने बगैर नाम लिए कहा था ‘2-3 लोग जो जानते हैं कि उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिलेगा, वे जा रहे हैं’

ममता को सत्ता दिलाने में थी अहम भूमिका

गौरतलब है कि शुभेंदु अधिकारी ने 2009 के दौरान नंदीग्राम में वाम मोर्चा की सरकार के खिलाफ भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन में ममता बनर्जी की मदद की थी। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस 2011 में बंगाल की सत्ता पर काबिज हुई। बता दें कि अधिकारी ने बिना किसी का नाम लिए हालिया दिनों में कई मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की थी। हालांकि, इस घटनाक्रम पर तृणमूल कांग्रेस की सांसद कल्याण बनर्जी ने बड़ी राहत मिलने की बात कही।