TMC-100 शुभेंदु अधिकारी भी नहीं दे पाएंगे ममता को टक्कर, नंदीग्राम में झोपड़ी बनाएंगी ममता बनर्जी
सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि वह यहां अपनी एक कुटिया बनाएंगी।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में अपना ठिकाना बनाने का फैसला लिया है। सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि वह यहां अपनी एक कुटिया बनाएंगी। पूर्वी मिदनापुर जिले में पड़ने वाली इस सीट से वह नामांकन दाखिल कर रही हैं। उनके मुकाबले बीजेपी ने इस सीट से शुभेंदु अधिकारी को उतारने का ऐलान किया है। शुभेंदु अधिकारी यहां के स्थानीय नेता हैं और बीते विधानसभा चुनाव में उन्हें यहां 67 फीसदी वोट मिले थे। ममता बनर्जी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने नंदीग्राम में किराये पर एक साल के लिए एक घर लिया है। मैं हर तीन महीने पर यहां आऊंगी। यह नंदीग्राम ब्लॉक-2 के रेयापाड़ा में स्थित है। यह दो कमरों का एक घर है। मैं फैसला लिया है कि बाद में मैं अपनी एक कुटिया यहां बनाऊंगी।'
बीते सप्ताह शुक्रवार की सीएम ममता बनर्जी ने टीएमसी की 291 सीटों पर कैंडिडेट्स का ऐलान किया था और कहा था कि वह नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी। अपनी उम्मीदवारी के ऐलान के बाद वह पहली बार नंदीग्राम पहुंची हैं। इस बीच नंदीग्राम पूरी तरह से ममता बनर्जी के पोस्टरों से पटा हुआ है। ममता बनर्जी ने महाशिवरात्रि के मौके पर पार्टी का मेनिफेस्टो भी रिलीज करने की बात कही है। यही नहीं नामांकन से पहले भी वह शिव पूजा करने जा रही हैं। इस तरह से ममता बनर्जी ने बीजेपी के हिंदुत्व की काट करने का फैसला लिया है। मंगलवार को मंच से ही ममता बनर्जी ने चंडीपाठ किया और कहा कि मैं एक ब्राह्मण हूं, ऐसे में मुझे कोई हिंदुत्व न सिखाए।
दरअसल इस बार ममता बनर्जी शुभेंदु अधिकारी के सामने नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतर रही हैं और वहां 70 प्रतिशत हिंदू आबादी है, इसलिए वह अब सॉफ्ट हिदुत्व का रास्ता अपना रही हैं. उन्होंने नंदीग्राम में एक नारा दिया ‘भूलते परी निज्र नाम, भुलबो ना नंदीग्राम’ इसका मतलब है कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि मैं अपना नाम भूल सकती हूं लेकिन नंदीग्राम को नहीं भूल सकती.
ममता बनर्जी नंदीग्राम से जीत कर शुभेंदु अधिकारी और बीजेपी को जवाब देना चाहती हैं कि वह कमजोर नहीं हैं. इसके लिए ममता बनर्जी अब नंदीग्राम के लोगों को उनका इतिहास याद दिला रही हैं और इमोशनल कार्ड खेलकर वहां की जनता को अपने पाले में करना चाह रही हैं. दरअसल ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के लोगों से कहा कि जब नंदीग्राम में भूमि आंदोलन हो रहे थे तो वह अकेले यहां CPM के गुंडों का सामना करने के लिए मैदान में उतरी थीं. उन्होंने कहा कि ‘जब मुझे पता चला की यहां लोगों को गोली मार दी गई है. मैं तुरंत यहां पहुंची, लेकिन CPM के गुंडों ने कोलाघाट पर मेरी कार रोक ली और उस पर पेट्रोल बम से हमला किया. उस वक्त तत्कालीन गवर्नर गोपालकृष्ण गांधी ने कहा कि यह सब छोड़ दो वह तुम्हें मारने की योजना बना रहे हैं, लेकिन मैंने तब भी नंदीग्राम को नहीं छोड़ा और अकेले सबसे भिड़ गई थी.’
100 अधिकारी भी नहीं दे पाएंगे टक्कर
आपको बता दें इसबार ममता बनर्जी अपने ही सिपहसालार के मुकाबले मैदान में हैं और ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव में सबसे हॉट सीट यही रहने वाली है. इस सीट पर एक अप्रैल को वोटिंग होने वाली है. पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने 8 चरणों में वोटिंग कराने का ऐलान किया है और 2 मई को अन्य राज्यों के साथ ही बंगाल के भी नतीजे आएंगे. शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी को 50,000 वोटों से मात देने की चुनौती दी है. वहीं टीएमसी का कहना है कि यहां 100 अधिकारी भी लड़ें तो ममता को टक्कर नहीं पाएंगे.