बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल बीजेपी को छोड़कर TMC में हुईं शामिल, नाराज बीजेपी सांसद भेजेंगे तलाक का नोटिस
अमित शाह के बापस दिल्ली लौटते ही बीजेपी को बंगाल में झटका लगा है. अब बीजेपी से लेकर टीएमसी तक के नेताओं की बारी है।
पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले शह और मात का खेल जारी है। गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के दौरान टीएमसी और वामदल के दर्जन भर सांसद, विधायक और पूर्व विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा था. अमित शाह के बापस दिल्ली लौटते ही बीजेपी को बंगाल में झटका लगा है. अब बीजेपी से लेकर टीएमसी तक के नेताओं की बारी है। इसकी शुरुआत भाजपा सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता से हुई। सुजाता ने भाजपा छोड़ दी और आज टीएमसी में शामिल हो गईं। इसके बाद बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने अपनी पत्नी को तलाक देने की तैयारी कर ली है।
सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता ने बीजेपी की जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्होंने बांकुरा में प्रचार किया था. दिलचस्प बात यह है कि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार ने सुजाता के बांकुरा इलाके में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया था. टीएमसी में शामिल होने के बाद सुजाता मंडल ने कहा कि मैं एक तपशील जनजाति से आने वाली दलित महिला हूं। मैने बीजेपी और अपने पति के लिए लड़ाई लड़ी थी हमें टिकट मिला और लोकसभा में जीत हासिल की। मुझे लगता है कि बीजेपी में अब केवल अवसरवादियों को जगह मिल रही है।
बीजेपी पर तंज कसते हुए सुजाता मंडल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अभी ही बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के 6 दावेदार और उप मुख्यमंत्री पद के 13 दावेदार हैं। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं और वह प्रधानमंत्री ही रहेंगे। वह सीएम प्रत्याशी नहीं हैं जब हम उनसे नेतृत्व के बारे मे पूछते है, तो कोई जवाब नहीं मिलता है। सुजाता मंडल ने कहा कि हम पार्टी के लिए उस वक्त खड़े थे, जब हमें पता भी नहीं था कि वे 2 से 18 सीटें जीत जाएंगे। न कोई सुरक्षा थी औ न ही कोई बैकअप। हम जनता के समर्थन से लड़े औ जीते। मुझे अभी लगता है मैं अब भी एक लड़ाई लड़ रही हूं लेकिन मेरे लिए बीजेपी में कोई सम्मान नहीं था।
सुजाता मंडल के टीएमसी में शामिल होने से उनके पति और भाजपा सांसद सौमित्र खान नाराज हैं। उन्होंने सुजाता को तलाक का नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही सुजाता के घर की सुरक्षा में लगे जवानों को भी हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि सौमित्र खान और सुजाता के बीच कई दिनों से अनबन चल रही थी। पर्दे के पीछे चल रही लड़ाई अब सामने आ गई है।
जब पत्नी भाजपा में शामिल हुईं तो सांसद सौमित्र खान ने कहा कि यह सच है कि परिवार में मतभेद थे। हम परिवार है, लड़ाई हो सकती है, लेकिन इसका राजनीतिकरण करना सही नहीं है। मुझे दुख है कि मेरे भाजपा में शामिल होने के कारण मैंने अपनी नौकरी खो दी। मुझे दुख है कि सुजाता अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए TMC में शामिल हुईं।
भाजपा सांसद सौमित्र खान ने कहा कि सुजाता ने अच्छा फैसला लिया होगा, लेकिन पार्टी महत्वपूर्ण है और मोदी हमारी जीत के लिए जिम्मेदार हैं। युवा मोर्चा को हमारी जरूरत है। बीजेपी कोई परिवारिक पार्टी नहीं है। आप भाजपा सांसद की पत्नी के रूप में सम्मानित थीं। टीएमसी परिवारों को तोड़ सकती है, लेकिन मैं अब सुजाता अपने नाम और उपनाम से मुक्त करता हूं।