बंगाल में ममता पर बरसीं स्मृति ईरानी, कहा- ममता दीदी को जय श्रीराम से बैर क्यों

स्मृति ईरानी ने अपना भाषण बांग्ला में दिया. उन्होंने रैली में साफतौर पर कहा, 'दीदी को जय श्रीराम से बैर है, लेकिन यहां रामराज स्थापित होगा.'

बंगाल में ममता पर बरसीं स्मृति ईरानी, कहा- ममता दीदी को जय श्रीराम से बैर क्यों

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान मचा हुआ है. सत्ता तक पहुंचने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक रखी है. बीजेपी के दिग्गज नेता लगातार बंगाल पहुंचकर पार्टी के पक्ष में माहौल बना रहे हैं. हालांकि गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का मौजूदा बंगाल दौरान रद्द हो गया. लेकिन उनकी जगह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) हावड़ा पहुंचीं और वहां एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा. स्मृति ईरानी ने अपना भाषण बांग्ला में दिया. उन्होंने रैली में साफतौर पर कहा, 'दीदी को जय श्रीराम से बैर है, लेकिन यहां रामराज स्थापित होगा.'

पश्चिम बंगाल में रैली को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रदेश की जनता उस राजनीतिक दल का कभी समर्थन नहीं कर सकती जो अपनो को अपनो से लड़ाता है, केंद्र की सरकार से मात्र अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए बैर रखता है और जय श्रीराम के नारे को भी अपमानित करता है। उस दल में कोई राष्ट्रभक्त एक मिनट भी नहीं ठहर सकता।


हावड़ा में रैली के दौरान स्मृति ईरानी के साथ ही बंगाल बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष भी मौजूद रहे. इस दौरान स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने राम को त्याग दिया है

. लेकिन इस बार राज्य में रामराज स्थापित होगा. दीदी टीएमसी इस बार जाने वाली है और बीजेपी आने वाली है.
स्मृति इरानी ने ममता सरकार पर लॉकडाउन के दौरान भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पांच किलो चावल और एक किलो दाल देने की व्यवस्था की, लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया। इरानी ने कहा कि घर लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए गरीब रोजगार योजना के तहत देशभर में 50 करोड़ से अधिक श्रम दिवस सृजित किए गए, लेकिन बंगाल में यह नहीं हुआ। शहरों से अपने गांवों को लौटे प्रवासी कामगारों के लिए प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष जून में रोजगार योजना की शुरुआत की थी। स्मृति इरानी ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने जो श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई थीं, उन्हें ममता बनर्जी ने ‘कोरोना एक्सप्रेस’ नाम दिया था। ईरानी ने कहा, ‘मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे बंगाल के बेटे-बेटियों को क्या वह वायरस मानती हैं।’


रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता शुवेंदु अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस अब एक पार्टी नहीं बल्कि एक निजी लिमिटेड कंपनी है। 28 फरवरी तक टीएमसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खाली कर दी जाएगी, किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। वहीं, राजीव बनर्जी ने कहा कि हम पश्चिम बंगाल में डबल इंजन सरकार चाहते हैं। हम सोनार बांग्ला के लिए केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहते हैं।