बीजेपी प्रशिक्षण शिविर में सिंधिया को मिली जगह-समर्थकों को बाहर का रास्ता दिखाया, सिंधिया ने कैबिनेट विस्तार पर दिया बड़ा बयान
प्रशिक्षण शिविर में सिंधिया समर्थक को शामिल होने नहीं दिया गया। जिसके बाद वह बाहर से ही वापस लौट गए।
मध्य प्रदेश में उपचुनाव के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश दौरै पर है। जहां वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से महीने भर में तीसरी मुलाकात की लेकिन सिंधिया राजधानी भोपाल से पहले सीहोर पहुंचे। दरअसल मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में 51 जिलों के जिला अध्यक्षों का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बीजेपी के राज्यसभा सासंद ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहे। शिविर में शामिल होने आए भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद ज्योतिराज सिंधिया ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर के आधार पर हमारी भूमिका तय होती है। आगे रखकर रणनीति तय होती है। भारतीय जनता पार्टी का प्रशिक्षण शिविर हर साल होता है और रहा सवाल मंत्रिमंडल का मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा और कौन नहीं, इसका फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे।
वहीं शिविर के दौरान सिंधिया समर्थक शिविर में शामिल होने आए थे, समर्थक नेताओं में तुलसी सिलावट, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, गोविंद सिंह राजपूत और केदार सिंह मंडलोई सहित अन्य समर्थक वापस लौट गए यानि प्रशिक्षण शिविर में सिंधिया समर्थक को शामिल होने नहीं दिया गया। जिसके बाद वह बाहर से ही वापस लौट गए।
सिंधिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि यह हर साल होता है और इससे संगठन में लोगों की भूमिका तय होती है। प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य की रणनीति बनाने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण होता है। प्रशिक्षण शिविर में शिरकत करने आए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बीच कांग्रेस पर भी निशाना साधा। कांग्रेस पर बोलते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस विधानसभा का घेराव करना चाहती है। अब जिस पार्टी ने किसानों के साथ ही वादाखिलाफी की हो वो ट्रैक्टर पर चढ़कर एक्टिंग भी करना चाहते हैं। वहीं प्रदेश में शिवराज सरकार की सख्ती पर बोलते हुए सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में एक अच्छी सरकार चला रहे हैं..जो जनता के हित में फैसले ले रही है। सीएम शिवराज कायदे का बखूबी ध्यान रख रहे हैं और प्रदेश में कोई भी अगर कानून तोड़ता दिखेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। बहरहाल एक महीने के अंदर ज्योतिरादित्य सिंधिया का भोपाल में तीसरा दौरा है लेकिन प्रशिक्षण शिविर में सिंधिया के समर्थकों जगह नहीं दिए जाने के बाद सूबे की सियासत गरमाई हुई है।