SII ने पहले ही वैक्सीन की 7.5 करोड़ डोज़ तैयार कर ली है, वैक्सीन बनाने के लिए तीसरी फैक्ट्री हो रही तैयार
ये वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की है, जिसे भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने तैयार किया है
नए साल के दस्तक देते ही देशवासियों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना की वैक्सीन 'कोविशील्ड' को एक्सपर्ट पैनल ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। अब किसी भी वक्त वैक्सीन लगाने का काम देश भर में शुरू हो जाएगा। ये वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की है, जिसे भारत में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने तैयार किया है। अमेरिका और ब्रिटेन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि हमारे देश में भी टीकाकरण की रफ्तार तेजी से आगे बढ़ेगी।
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने पहले ही वैक्सीन की 7.5 करोड़ डोज़ तैयार कर ली है, जबकि उम्मीद की जा रही है कि जनवरी के पहले हफ्ते में 10 करोड़ डोज़ तैयार कर लिए जाएंगे। SII के डायरेक्टर ऑफ रिसर्च एंड डेवलपमेंट उमेश शालीग्राम ने पिछले दिनों एक वेबिनार में कहा था कि दुनिया के किसी भी देश में वैक्सीन का इतना बड़ा स्टॉक नहीं होगा जितना भारत के पास है। इसी हफ्ते SII के प्रमुख आदर पूनावाला ने कहा था कि उनके यहां जितना भी वैक्सीन का डोज़ तैयार होगा उसमें 50 फीसदी हिस्सा भारत का होगी, जबकि वैक्सीन की बाक़ी डोज़ WHO को दी जाएगी।
आदर पूनावाला ने कहा, ' हमने हमेशा कहा है कि हम जितना भी डोज़ तैयार करेंगे, उसमें भारत की आधी हिस्सेदारी होगी। अगर हम एक महीने में 6-7 करोड़ डोज़ तैयार करते हैं तो फिर वो भारत और दूसरे देशों को दिए जाएंगे। हम उम्मीद कर रहे हैं कि पहले करीब 5 करोड़ डोज़ भारत को मिलेंगे। मार्च तक हर महीने 1 करोड़ डोज़ तैयार किए जाएंगे। वैक्सीन बनाने के लिए तीसरी फैक्ट्री तैयार हो रही है।