RML अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने 'Covaxin' लगवाने पर जताया ऐतराज, पत्र लिखकर की कोविशिल्ड लगवाने की मांग

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hosptial) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर 'कोवैक्सीन' के बजाय 'कोविशील्ड' का टीका लगाने की मांग की है।

RML अस्पताल के  रेजिडेंट डॉक्टर्स ने  'Covaxin'  लगवाने पर जताया ऐतराज, पत्र लिखकर की कोविशिल्ड लगवाने की मांग

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 16 जनवरी 2021 से देश भर के 3600 वैक्सीनेशन सेंटर पर एक साथ टीकाकरण प्रोग्राम की शुरूआत की गई. इस बीच दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML Hosptial) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर 'कोवैक्सीन' के बजाय 'कोविशील्ड' का टीका लगाने की मांग की है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.


पत्र में कहा गया है कि हम आरडीए आरएमएल अस्पताल के वर्तमान सदस्य हैं। हमें पता चला है कि आज अस्पताल द्वारा कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हमारे अस्पताल में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित COVISHIELD के बजाय भारत बायोटेक द्वारा निर्मित COVAXIN का टीका लगाया जा रहा है। हम आपकी जानकारी में यह लाना चाहते हैं कि रेजीडेंट डॉक्टरों को कोवैक्सीन के ट्रायल पूरे नहीं होने की वजह से कुछ आशंकाएं हैं. इससे वैक्सीनेशन का उद्देश्य पूरा नहीं होगा. हम आपसे COVISHIELD वैक्सीन के साथ टीकाकरण करने का अनुरोध करते हैं, जिसने टीकाकरण से पहले ट्रायल के सभी चरणों को पूरा किया है।


जब इस वैक्सीन का ट्रायल एम्स में चल रहा था तो ट्रायल के दौरान एम्स के स्टाफ ने इसमें उतनी रूचि नहीं दिखाई. एम्स में कोवैक्सीन (Covaxine) के ट्रायल के दौरान वॉलंटियर्स की भारी कमी देखी गई. ट्रायल में शामिल होने के लिए मोबाइल संदेश जारी करना पड़ा. लेकिन, अब वही वैक्सीन यानी कोवैक्सीन की सप्लाई एम्स में की गई है. हालांकि भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का ट्रायल एम्स में ही हुआ है और यह वैक्सीन भी मानकों पर खरा उतरी है और सेफ बताई गई है.


गौरतलब है कि दिल्ली में आज 81 स्थानों कोविड-19 वैक्सीनेशन का काम जारी है। दिल्ली में 75 केन्द्रों पर 'कोविशील्ड' (Covishield) जबकि छह स्थानों पर 'कोवैक्सीन' (Covaxin) के टीके लगाए जा रहे हैं।इन स्थानों को सरकारी तथा निजी अस्पतालों में विभाजित किया गया है। इनमें केन्द्र सरकार के छह अस्पताल एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, कलावती सरन बाल अस्पताल तथा दो ईएसआई अस्पताल शामिल हैं।