राहुल गांधी-केवल युवा नेताओं पर भरोसा करना कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी गलती, कांग्रेस में लौटेंगे बुजुर्ग नेताओं के दिन?

इंडियन यूथ कांग्रेस के नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल गाांधी ने कहा कि युवा चेहरों पर बहुत ज्यादा फोकस करना 'गलती' थी।

राहुल गांधी-केवल युवा नेताओं पर भरोसा करना कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी गलती, कांग्रेस में लौटेंगे बुजुर्ग नेताओं के दिन?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी की नीतियों में बड़े फेरबदल के संकेत दिए हैं। इंडियन यूथ कांग्रेस के नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल गाांधी ने कहा कि युवा चेहरों पर बहुत ज्यादा फोकस करना 'गलती' थी। युवा कांग्रेस के नेताओं की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन लोगों को ज्यादा महत्व देने की जरूरत है, जिनके दिल में कांग्रेस है। राजनीति में विश्वास और लॉयल्टी के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने भविष्य में कांग्रेस में वैचारिक तौर पर मजबूत नेताओं को महत्व देने के संकेत दिए।

क्या राहुल की कार्यशैली में होगा बदलाव?

गांधी के जून में पार्टी का कार्यभार संभालने की अटकलें लगाई जा रही है, जब संगठनात्मक चुनाव होने हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि उनकी टिप्पणी एक संकेत हो सकती है कि गांधी की प्राथमिकताओं और यहां तक कि उनकी मुख्य टीम में कांग्रेस के मूल्यों के साथ अधिक वैचारिक बंधन वाले लोग दिखाई दे सकते हैं.

बता दें कि युवा कांग्रेस की ओर से एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की गई है। पार्टी के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने अपने इस बयान के जरिए यह संकेत दिया है कि भविष्य में पार्टी में उन्हें महत्व मिलेगा, जो उसकी विचारधारा के बारे में जानते हैं और विश्वस्त हैं। राहुल गांधी ने 2004 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उस दौर से ही उनकी छवि युवाओं को आगे बढ़ाने वाले नेता के तौर पर रही है।

उन्होंने भारतीय युवा कांग्रेस नेताओं (Trusting only young leaders) को पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध रहने के लिए कहा. गांधी ने कहा कि जो लोग पार्टी से लंबे समय तक जुड़े रहते हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस किसी को भी अपने पाले में वापस लाना चाहती है तो वह दरवाजा बंद नहीं कर सकती. उन्होंने कांग्रेस की तुलना एक महासागर से की और कहा कि कोई भी वापसी आना चाहता है तो उसे ऐसा करने की अनुमति है लेकिन, सत्ता के पदों में हमेशा उन लोगों को जाना चाहिए जो पीछे रह गए और पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध रहे.