ऑडियो वायरल के बाद घिरे खेल मंत्री अशोक चांदना पर राठौड़ का निशाना, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग-शर्मनाक

राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि अमर्यादित आचरण और दादागिरी उनकी बौखलाहट को दर्शाता है। अपने ही पार्टी के नेता को जातिसूचक गालियां देकर चुनाव नहीं लड़ने के लिए धमकाना शर्मनाक है.

ऑडियो वायरल के बाद घिरे  खेल मंत्री अशोक चांदना पर राठौड़ का निशाना, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग-शर्मनाक

प्रदेश में एक बार फिर सियासी पारा चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। राजस्थान में मचे सियासी बवाल के कारण गहलोत सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना का एक कथित वायरल ऑडियो है। सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद अब चांंदना भाजपा के निशाने पर भी आ गए है. वहीं चांदना इसे भाजपा की साजिश बता रहें है.


आपको बता दें कि ऑडियो वायरल होने के बाद बीजेपी के निशाने पर आए चांदना को लेकर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन पर जमकर हमला बोला है। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि अमर्यादित आचरण और दादागिरी उनकी बौखलाहट को दर्शाता है। अपने ही पार्टी के नेता को जातिसूचक गालियां देकर चुनाव नहीं लड़ने के लिए धमकाना शर्मनाक है. प्रत्याशी को भयभीत कर पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने से रोकने की अलोकतांत्रिक कोशिश की गई है.  वही बीजेपी के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल का कहना है कि उनकी ओर से जातिसूचक शब्दों के प्रयोग से सभी समाजों में नाराजगी है। विवादित ऑडियो पर बीजेपी वरिष्ठ नेता मदन दिलावर ने भी अपनी बात रखी है। उनका कहना है कि सीएम गहलोत को तुरंत इस मामले पर संज्ञान लेते हुए अशोक चांदना को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।

ऑडियो वायरल होने के बाद लगातार बीजेपी सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात भी कह रही है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि इससे समाज के कई वर्ग आहत हुए हैं। ऐसे में जरूरी है कि चांदना सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। वायरल ऑडियो में चांदना को कहता सुना जा सकता है कि तेरे लिए इतनी बार लड़ाई लड़ी, आज तू तेरी औकात बता रहा है, ध्यान रख लेना. तू चुनाव लड़ अब, तेरी ऐसी की. तेरे को मिट्टी में से उठाया। तेरे ठेकों के चक्कर में इतनी लड़ाइयां लड़ी. अगर तू चुनाव नहीं लड़ा ना तो तू, की औलाद नहीं होगा! तू दो कौड़ी.

अशोक चांदना ने इसे भाजपा का षड्यंत्र बताते हुए कहा कि ऐसा ऑडियो मेरे पास भी आया था, पर मेरी किसी से ऐसी कोई बात ही नहीं हुई है. चुनाव में लाभ लेने के लिए यह भाजपा का षड्यंत्र है. हालांकि the india incharge इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.