सजधज कर तैयार रामनगरी अयोध्या, सीएम योगी आज करेंगे दीपोत्सव का शुभारंभ
उत्तर प्रदेश के अयोध्या को प्रभु राम की नगरी कहा जाता है. शुक्रवार को यहां भव्य दीपोत्सव का आयोजन होने जा रहा है. जिसके तहत रामायण के 11 प्रसंगों पर आधारित झांकिया निकलेंगी
उत्तर प्रदेश के अयोध्या को प्रभु राम की नगरी कहा जाता है. शुक्रवार को यहां भव्य दीपोत्सव का आयोजन होने जा रहा है. जिसके तहत रामायण के 11 प्रसंगों पर आधारित झांकिया निकलेंगी, जो साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक जाएंगी. दोपहर 3.30 पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के दर्शन करेंगे. इस दौरान रामलला के सामने दीपक जलाकर सीएम योगी दीपोत्सव का शुभारंभ करेंगे.
यहां से सीएम योगी 4 बजे राम कथा पार्क पहुंचेंगे. वह राम कथा पार्क में भगवान राम और माता सीता का स्वागत करेंगे. इसके बाद भगवान राम का राज्याभिषेक होगा. शाम 5 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सरयू तट पर पहुंचेंगे और आरती करेंगे. सरयू आरती के बाद राम की पैड़ी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपक प्रज्जवलित करेंगे.
आज शुक्रवार को अयोध्या में विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए 5 लाख 51 हजार दीपक जलाए जाएंगे. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री अयोध्या के ही सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे. 14 नवंबर की सुबह सीएम योगी हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन के बाद गोरखपुर रवाना हो जाएंगे.
बताया जा रहा है कि प्रभु राम के स्वागत के लिये अयोध्या में संस्कृतियों की सतरंगी छटा बिखरेगी. गुजरात से लेकर बुंदेलखंड तक 7 अनूठी संस्कृतियों के दर्शन सरयू तट पर एक साथ होंगे. योगी सरकार ने दीपोत्सव को खास बनाने के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखण्ड, ब्रज और बुंदेलखण्ड के लोक कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी अयोध्या आमंत्रित किया है.
सरयू तट पर लाखों की संख्या में झिलमिलाते दीपों के बीच संस्कृतियों और लोक कलाओं की सतरंगी छटा सोलह श्रृंगार कर सजी अयोध्या को अदभुत और अलौकिक बनाएगी. दुनिया भर में आकर्षण और कौतूहल का केंद्र बनी अयोध्या में दीपोत्सव के जरिये योगी सरकार समूचे विश्व को भारत के सांस्कृतिक वैभव का संदेश भी देने जा रही है.
दीपोत्सव के जरिये योगी सरकार खास तौर से बुंदेलखण्ड के लोक कलाकारों को विश्वस्तरीय मंच देगी. राज्य सरकार के संस्कृति विभाग ने बुंदेलखण्ड की दीवारी टोली को विशेष तौर पर दीपोत्सव में शामिल किया है. दोहा, छंद, चौपाई की तान, ढोल की थाप और थाली की छन, छन की धुन पर मस्त बुंदेली जवानों की नृत्य करती टोली दीपोत्सव को अपने अनूठे अंदाज में खास बनाएगी.