राजस्थान: ई-पेन्शन तथा ई-लेखा प्रणाली का शुभारंभ, अब पेंशन के लिए 40 पेज का फाॅर्म नहीं
प्रदेश में हर साल रिटायर होने वाले करीब 25 हजार लोगों को अब 40 पेज का जटिल फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा। अब सिर्फ 15 मिनट में ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को ई-पेन्शन तथा ई-लेखा प्रणाली का शुभारंभ किया। प्रदेश में हर साल रिटायर होने वाले करीब 25 हजार लोगों को अब 40 पेज का जटिल फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा। अब सिर्फ 15 मिनट में ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि समय, धन एवं संसाधनों की बचत के लिए आईटी आधारित एवं पेपरलैस गवर्नेन्स आज के समय की जरूरत है. सभी विभाग नवाचार करते हुए पेपरलैस सिस्टम की दिशा में आगे बढ़ें. इससे न केवल संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह शासन का संकल्प साकार होगा, बल्कि आमजन को भी बेहतर सर्विस मिल सकेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की चुनौती के बावजूद राज्य सरकार ने कुशल वित्तीय प्रबंधन करते हुए विकास परियोजनाओं को गति दी है। उन्होंने वित्त विभाग के अधिकारियों से कहा कि वित्तीय प्रबंधन को लगातार मजबूत बनाया जाए। ऐसे प्रयास किए जाएं जिससे ऑवरड्राफ्ट की स्थिति पैदा ना हो। राजस्व लगातार बढ़े और लीकेज न हो.
पेंशन एवं लेखा प्रणाली के सरलीकरण के लिए तैयार किए गए ई-पेंशन तथा ई-लेखा सिस्टम से सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों को जटिलता भरी औपचारिकताओं से निजात मिलेगी और पेंशन स्वीकृति के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.ई-पेंशन से सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों को अपनी पेंशन स्वीकृति के लिए 40 पृष्ठों का जटिल प्रपत्र नहीं भरना होगा। सिर्फ 15 मिनट में ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।