Dengue Case : डेंगू ने मचाया कहर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हर दिन आ रहे नए मामले
राजधानी दिल्ली में भी डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमाम अस्पतालों में उचित इंतजाम किए गए हैं
मलेरिया, डेंगू और चिकुनगुनिया के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित डाक्टरों का कहना है कि हाई फीवर के साथ आ रहे मरीजों को कोरोना संक्रमित होने का खतरा है। दरअसल ये मामले जुलाई से नवंबर के बीच में आते हैं जो बढ़कर दिसंबर तक खींच सकता है। राजधानी दिल्ली में भी डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए तमाम अस्पतालों में उचित इंतजाम किए गए हैं।
दिल्ली में सोमवार को डेंगू के कारण इस साल की पहली मौत रिकार्ड की गई। वहीं जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर में मंगलवार को 6 मामले सामने आए। दूसरी ओर राजस्थान में कोरोना पर लगाम लगने से राहत की सांस ले रही अशोक गहलोत सरकार के सामने अब डेंगू, मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों ने मुश्किल खड़ी कर दी है। डेंगू के बढ़ते मामलों से चिंतित राज्य सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों के अवकाश रद कर दिए हैं। उनको आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
राजस्थान में तीन नवंबर तक डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान शुरू किया गया है। एक जानकारी के अनुसार सूबे में अब तक सात हजार से ज्यादा डेंगू पीडि़त मिल चुके हैं। एक माह में 40 लोगों की मौत की बात सामने आई है। हालांकि, सरकार की तरफ से मरने वालों का कोई अधिकारिक आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया गया है। बताया जाता है कि अस्पतालों में बेड की कमी के चलते दौसा, भरतपुर, करौली, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों में बच्चों को जमीन पर लिटाकर इलाज किया जा रहा है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों और चिकित्सा अधिकारियों से संवाद कर बीमारी से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां करने के लिए कहा। चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा ने जिलों में रेपिड रेस्पांस टीम और 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए हैं।