राजस्थान बजट: सीएम गहलोत अपने बजट पिटारे से दे सकते किसानों के ये राहत, जानें क्या है प्लान

गहलोत सरकार ठंडे बस्ते में पड़ी ‘किसान उपहार योजना’ (Kisaan Uphaar) के क्रियान्वयन की घोषणा कर सकती है. इस योजना के तहत लकी ड्रॉ के जरिये किसानों को मुफ्त में ट्रैक्टर और दूसरे कृषि उपकरण देने की योजना है.

राजस्थान बजट: सीएम गहलोत अपने बजट पिटारे से दे सकते किसानों के ये राहत, जानें क्या है प्लान

केंद्रीय बजट के बाद अब राजस्थान के किसानों की उम्मीदें राजस्थान के बजट पर टिकी हुई है.  देश में जारी किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के बीच गहलोत सरकार अपने बजट में किसानों को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार का इसी महीने पेश होने वाला बजट (Budget 2021) किसानों पर केंद्रित रहेगा.  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ठंडे बस्ते में पड़ी ‘किसान उपहार योजना’ पर बजट में अमल करने की घोषणा कर सकते हैं.

10 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के दौरान राज्य बजट में किसानों के लिए राहत का पिटारा खुल सकता है. माना जा रहा है कि गहलोत सरकार ठंडे बस्ते में पड़ी ‘किसान उपहार योजना’ (Kisaan Uphaar) के क्रियान्वयन की घोषणा कर सकती है. इस योजना के तहत लकी ड्रॉ के जरिये किसानों को मुफ्त में ट्रैक्टर और दूसरे कृषि उपकरण देने की योजना है.  मुख्यमंत्री सार्वजनिक मंचों पर किसानों के कल्याण की बात कहते रहे हैं. राज्य सरकार का प्रयास है कि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो. इसके लिए मुख्यमंत्री बजट में किसानों के लिए घोषणा कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दूसरे कार्यकाल में राज्य में 'किसान उपहार योजना' की शुरुआत की थी, लेकिन सत्ता परिवर्तन होने पर पिछली वसुंधरा सरकार ने इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया था. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 5 साल से ठंडे बस्ते में पड़ी इस योजना को धरातल पर उतारने की घोषणा कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, कृषि विभाग के अधिकारियों ने योजना का पूरा खाका तैयार कर लिया है.

देश के 2 राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कृषक उपहार नाम से यह योजना लागू है. उत्तर प्रदेश में कृषक उपहार योजना के माध्यम से लकी ड्रा के तहत किसानों को फ्री में ट्रैक्टर देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जबकि हरियाणा में कृषक उपहार योजना 2019 से लागू है. दोनों राज्यों में भाग्यशाली' किसानों को लकी ड्रा के तहत मुफ्त में ट्रैक्टर दिए जा रहे हैं.