राजस्थान डूंगरपुर: 4 दिनों से चल रहे उग्र प्रदर्शन के बाद डूंगरपुर में पसरा सन्नाटा, राजस्थान में शिक्षक भर्ती को लेकर....

डूंगरपुर में बंद का आह्वान के बाद अब पूरे शहर सन्नाटा पसरा हुआ है. उग्र प्रदर्शन  के चलते अब सोमवार को पहले चरण में पंच - संरपंच के चुनाव उदयपुर में स्थगित किए गए हैं।

राजस्थान  डूंगरपुर: 4 दिनों से चल रहे उग्र प्रदर्शन के बाद डूंगरपुर में पसरा सन्नाटा, राजस्थान में शिक्षक भर्ती को लेकर....
राजस्थान  डूंगरपुर: 4 दिनों से चल रहे उग्र प्रदर्शन के बाद डूंगरपुर में पसरा सन्नाटा, राजस्थान में शिक्षक भर्ती को लेकर....

राजस्थान में शिक्षक भर्ती को लेकर हुआ उग्र प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जहां पुलिस पर पथराव किया, वहीं उसके साथ ही जमकर उत्पात मचाया। शिक्षक भर्ती के मामले ने राजस्थान के डूंगरपुर में उग्र रूप ले लिया था. पिछले 4 दिनों से जारी उग्र प्रदर्शन डूंगरपुर  में अब थोड़ा शांत होता दिखाई दे रहा है. आज सुबह नेशनल हाइवे 8 को फिर से शुरू कर दिया गया. इससे पहले कल शाम को प्रदर्शनकारी हाई वे से हट गए. डूंगरपुर में बंद का आह्वान के बाद अब पूरे शहर सन्नाटा पसरा हुआ है. उग्र प्रदर्शन  के चलते अब सोमवार को पहले चरण में पंच - संरपंच के चुनाव उदयपुर में स्थगित किए गए हैं।


क्यों हुआ था उग्र प्रदर्शन


शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरे जाने की मांग को लेकर  लोग आंदोलन कर रहे थे.प्रदर्शनकारियों ने पथराव करते हुए कई होटल, दुकानें, घरो, कॉलोनियों में लूटपाट की. डूंगरपुर अराजकता की आंच उदयपुर तक पहुंची थी  उग्र  प्रदर्शन करने वालो ने उदयपुर जिले में लगने वाले खेरवाड़ा में पांच निजी ट्रेवल्स की बसें जला दीं तथा दुकानों-होटलों में तोड़-फोड़ की।

एसे हुई सुलह


शिक्षक भर्ती 2018 की रिक्त रही सीटों में सुलह का रास्ता निकालने के बाद आज पांचवे दिन उदयपुर- अहमदाबाद हाई वे  शुरू हो गया. सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच सहमति बनी है कि वो अब सुप्रीम कोर्ट में इसके लिए एसएलपी दायर करेंगे. जिसके बाद कांकरी डूंगरी में प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया. शांतिपूर्ण समाधान के लिए रविवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया की मौजूदगी में बैठक हुई. जिसमें सांसद अर्जुनलाल मीणा, बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा, पूर्व केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया व दयाराम परमार, पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा व ताराचंद भगोरा, डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा समेत कई आला पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.