Puducherry Assembly: पुडुचेरी में गिरी कांग्रेस सरकार, फ्लोर टेस्ट में फेल हुए CM नारायणसामी
वी. नारायणसामी सरकार विधानसभा में सोमवार शक्ति परीक्षण के दौरान को बहुमत साबित करने में नाकाम रही,
पुडुचेरी विधानसभा -वी. नारायणसामी सरकार विधानसभा में सोमवार शक्ति परीक्षण के दौरान को बहुमत साबित करने में नाकाम रही, जिसके बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर गई है। आपको बता दें कि 5 कांग्रेस विधायकों और एक द्रमुक विधायक के रविवार को इस्तीफा देने के बाद वी. नारायणसामी के लिए समस्या पैदा हो गई थी. सोमवार को स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी की विदाई तय हो गई है। गौरतलब है कि विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा 2 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन है। यानी कांग्रेस के पास 11 विधायकों (स्पीकर को लेकर 12) का समर्थन है, जबकि विधानसभा की वर्तमान स्थिति के मुताबिक उसे बहुमत के लिए 14 विधायकों का समर्थन चाहिए। हालांकि, फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी दावा करते रहे कि उनके पास निर्वाचित विधायकों में से बहुमत है। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया, हालांकि विश्वास मत पेश करने से पहले उन्होंने पूर्ण राज्य की मांग की।
नारायणसामी ने विधानसभा में कहा, “विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार होना चाहिए. जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वे जनता का सामना नहीं कर पाएंगे, क्योंकि लोग उन्हें अवसरवादी बुलाएंगे.” तमिलनाडु और पुडुचेरी में हम दो भाषा को अपनाते हैं लेकिन बीजेपी जबरदस्ती हिंदी को थोपने की कोशिश कर रही है.
नारायणसामी ने कहा, “पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ सांठगांठ की और सरकार गिराने की कोशिश की. हमारे विधायक एकसाथ खड़े थे, इसलिए हमने 5 सालों तक सरकार चलाने में कामयाब रहे. केंद्र सरकार ने हमारे अनुरोध पर फंड की मंजूरी नहीं देकर पुडुचरी के लोगों को धोखा दिया है.” “हमने डीएमके और निर्दलीय विधायकों के सहयोग से सरकार का गठन किया था. उसके बाद हमने कई चुनाव लड़े. हमने सभी उपचुनावों में जीत हासिल किया. ये साफ है कि पुडुचेरी के लोग हमारे ऊपर भरोसा करते हैं.”
गौरतलब है कि अब कांग्रेस के खाते में महज तीन राज्य ही बचे हैं. इससे इतर दो राज्यों में वह गठबंधन सरकार में है. सदन में फ्लोर टेस्ट से पहले नारायणसामी लगभग स्वीकार कर चुके थे कि बहुमत विपक्ष के पास चला गया. इसके साथ ही कांग्रेस के विधायकों ने वॉकआउट कर दिया था. ऐसे में स्पीकर ने कहने में देर नहीं लगाई कि नारायणसामी सरकार सदन का विश्वासमत खो चुकी है.