प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ को किया संबोधित,4 कमाल के 'देसी' ऐप्स....
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। इसमें उन्होंने चीन या किसी भी पड़ोसी देश का नाम तो नहीं लिया लेकिन परोक्ष रूप से बड़ा झटका दे दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। इसमें उन्होंने चीन या किसी भी पड़ोसी देश का नाम तो नहीं लिया लेकिन परोक्ष रूप से बड़ा झटका दे दिया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने खिलौनों और मोबाइल गेम्स के मामले में आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया। पीएम ने खिलौनो के लेकर कहा कि हमें लोकल के लिए वोकल होना है।
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार. आमतौर पर ये समय उत्सव का होता है, जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैं. कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग तो है, उत्साह भी है, लेकिन, हम सबको मन को छू जाए, वैसा अनुशासन भी है. बहुत एक रूप में देखा जाए तो नागरिकों में दायित्व का एहसास भी है. लोग अपना ध्यान रखते हुए, दूसरों का ध्यान रखते हुए, अपने रोजमर्रा के काम भी कर रहे हैं. देश में हो रहे हर आयोजन में जिस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो अभूतपूर्व है. गणेशोत्सव भी कहीं ऑनलाइन मनाया जा रहा है, तो, ज्यादातर जगहों पर इस बार इकोफ्रेंडली गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गई है.
साथियो, हम, बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य हमारे ध्यान में आयेगी - हमारे पर्व और पर्यावरण. इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता रहा है. जहां एक ओर हमारे पर्वों में पर्यावरण और प्रकृति के साथ सहजीवन का सन्देश छिपा होता है तो दूसरी ओर कई सारे पर्व प्रकृति की रक्षा के लिये ही मनाए जाते हैं. जैसे, बिहार के पश्चिमी चंपारण में, सदियों से थारु आदिवासी समाज के लोग 60 घंटे के lockdown या उनके ही शब्दों में कहें तो ’60 घंटे के बरना’ का पालन करते हैं.प्रकृति की रक्षा के लिये बरना को थारु समाज ने अपनी परंपरा का हिस्सा बना लिया है और सदियों से बनाया है
Let us always remember the sacrifices of all those who worked towards India's freedom. #MannKiBaat pic.twitter.com/FDFeaKIsfu
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश को लोगों से खिलौना बनाने की अपील की। इतना ही नहीं उन्होंने कुछ देसी मोबाइल ऐप का जिक्र किया. साथ ही उन्होंने कहा कि जितने भी वर्चुअल गेम्स हैं उनकी थीम्स बाहरी हैं. इसलिए मैं देश के युवा टैलंट से कहता हूं कि आप भारत के भी गेम्स बनाइए बता दें देश में सबसे ज्यादा खिलौने चीन से ही आयात होता है। हाल ही में चीन निर्मित 70 से ज्यादा मोबाइल ऐप के केंद्र सरकार ने बैन कर दिया।
IT सॉल्यूशन और इनोवेशन के मामले में भारत का दुनिया में मुकाबला नहीं है। प्रधानमत्री का ये भरोसा अपने देश के युवाओं पर ऐसे ही नहीं है। उन्होंने इस बात को देखा और खुद परखा भी है। पीएम मोदी (PM Modi) ने आज अपने मन की बात (mann ki baat) के दौरान बताया कि 'इस महीने की शुरुआत में, देश के युवाओं के सामने, एक app innovation challenge रखा गया। इस आत्मनिर्भर भारत app innovation challenge में हमारे युवाओं ने बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिया। करीब 7 हजार entries आईं, उसमें भी, करीब-करीब दो तिहाई ऐप्स टियर-2 और टियर-3 शहरों के युवाओं ने बनाए हैं। ये आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के लिए, देश के भविष्य के लिए, बहुत ही शुभ संकेत है।
आपको बताते हैं कि पीएम मोदी ने जिन ऐप्स के बारे में बताया वो कौन से हैं, और उनसे आप क्या कर सकते हैं
Step set go
ये एक फिटनेस ऐप है। आप कितना चले, कितनी कैलोरी घटाई, ये सारा हिसाब ये ऐप आपको बताता है। ये ऐप आपको फिट रहने के लिए प्रोत्साहित भी करता है
Ask सरकार
इस ऐप में ChatBot के जरिए आप बात कर सकते हैं और किसी भी सरकारी योजना के बारे में सही जानकारी टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो के जरिए हासिल कर सकते हैं।
KOO
ये एक माइक्रोब्लॉगिंग ऐप है, इसमें, हम, अपनी मातृभाषा में टेक्स्ट, वीडियो और ऑडियो के जरिए अपनी बात रख सकते हैं।
Kutuki
कुटुकी किड्स लर्निंग ऐप है। ये खास तौर पर छोटे बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें गानों और कहानियों के जरिए बात-बात में बच्चे गणित, विज्ञान को सीख सकते हैं। इसमें एक्टिविटीज और गेम्स भी हैं।
Let us team up for toys. #MannKiBaat pic.twitter.com/J9WtsEm5mf
— PMO India (@PMOIndia) August 30, 2020