Ladakh : सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाएंगें राष्ट्रपति, सिंधु घाट पर पूजा में भी लेंगे भाग
राम नाथ कोविंद देश के पहले राष्ट्रपति हैं जो दिल्ली को छोड़कर द्रास जैसे दुर्गम इलाके में सेना के जवानों के साथ विजयदशमीं के इस त्योहार में शामिल होंगे
राष्ट्रपित राम नाथ काेविंद अपने दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंच गए हैं जहां लेह एयरपोर्ट पर उपराज्यपाल आरके माथुर ने उनका स्वागत किया। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रास में भी जाएंगे जहां शुक्रवार को वह सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाएंगे। राम नाथ कोविंद देश के पहले राष्ट्रपति हैं जो दिल्ली को छोड़कर द्रास जैसे दुर्गम इलाके में सेना के जवानों के साथ विजयदशमीं के इस त्योहार में शामिल होंगे।
अब तक देश में जितने भी राष्ट्रपति आए हैं, उन्हाेंने दिल्ली में दशहरा मनाया है। द्रास देश का सबसे ज्यादा ठंडा और ऊंचाई वाला इलाका है। यहां पर माइनस चालीस से भी नीचे तापमान चला जाता है लेकिन इतनी ठंड के बीच भी हमारे देश के जवान यहां की ऊंचाई पर चीन के साथ लगती देश की सीमा की निगरानी करते हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद लेह में सिंधु घाट पर सिंधु दर्शन पूजा में भी भाग लेंगे। लेह के शेय गांव में स्थित सिंधु घाट बेहद खूबसूरत स्थान है जहां की खूबसूरती देखते ही बनती है। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। इसके अलावा राष्ट्रपति वीरवार शाम को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के ऊधमपुर में भी जाएंगे जहां नार्दन कमांड में वे सेना के जवानों व अधिकारियों के साथ मुलाकात भी करेंगे।
नार्दन कमांड मुख्यालय भी सेना का बेहद महत्वपूर्ण मुख्यालय है जो जम्मू कश्मीर की सुरक्षा के अलावा राजमार्ग की सुरक्षा का जिम्मा भी संभालता है। वहीं शुक्रवार को ही राष्ट्रपति द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल में भी जाएंगे जहां वे कारगिल युद्ध के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद राष्ट्रपति का लद्दाख का यह पहला दौरा है। राष्ट्रपति के सम्मान के लिए लेह में विशेष तैयारियां की गई हैं जिनकी देखरेख खुद उपराज्यपाल अारके माथुर कर रहे हैं।