मदरसों को हाईटेक बनाने की तैयारी, ऑनलाइन तालीम को लेकर योगी सरकार ने उठाया बड़ा कदम
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार हर क्षेत्र में विकास के अवसर प्रदान कर रही है। इसी के चलते शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को बेहतर सुविधा देने के लिए योगी सरकार ने राज्य में मौजूद मदरसों को लेकर बड़ा कदम उठाया है
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार हर क्षेत्र में विकास के अवसर प्रदान कर रही है। इसी के चलते शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को बेहतर सुविधा देने के लिए योगी सरकार ने राज्य में मौजूद मदरसों को लेकर बड़ा कदम उठाया है। बता दें योगी सरकार ने राज्य के मदरसे में तालीम लेने वाले छात्र-छात्राओं को भी ऑनलाइन शिक्षा हासिल करने की मंजूरी दे दी है।
इसके लिए यूपी डेस्को एक विशेष एप्पलीकेशन तैयार करेगा। इस एप पर दीनयात, हिन्दी, उर्दू व अंग्रेजी में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम उपलब्ध होगा। बता दें कि इस व्यवस्था को जारी करने के लिए प्रदेश सरकार ने यूपी डेस्को को एप बनाने की मंजूरी भी दे दी है।
यूपी में मदरसों की बात करें तो मदरसा शिक्षा परिषद से इस समय 16,460 मान्यता प्राप्त और 558 अनुदानित मदरसे संचालित हो रहे हैं। वहीं ऑनलाइन तालीम को लेकर बन रहे एप को मदरसा पोर्टल से जोड़ा जाएगा और सभी मदरसों को इसका लिंक भेजा जाएगा।
बता दें कि साल 2017 में सरकार ने तैतानिया (कक्षा 1 से 5 ) फोकानिया ( कक्षा 5 से 8 ) और आलिया व उच्च आलिया स्तर ( हाई स्कूल व उसके ऊपर) के मदरसों में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई की मंजूरी दी थी। तैतानिया और फोकानिया के बच्चों की हिंदी, अंग्रेजी, गणित व सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई बेसिक शिक्षा परिषद की किताबों से होती है।
ऑनलाइन शिक्षा को लेकर मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि एप को मदरसा पोर्टल से जोड़कर सभी मदरसों को लिंक भेजा जाएगा। इसका मकसद बच्चों को शिक्षण सामग्री आसानी से मुहैया कराना और ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देना है। एप पर मौजूद पाठ्यक्रम से मदरसा प्रबंधन को किसी तरह का संशय भी नही रहेगा। सरकार ने एप तैयार करने की जिम्मेदारी यूपी डेस्को को दी है।