सियासी बयानबाजी: नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बोले- कांग्रेस में सुलग रहा है ज्वालामुखी, कभी भी फट सकता है
कटारिया ने पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि डोटासरा के पीसीसी चीफ बनने के बाद किसी तरह की कोई नियुक्ति नहीं हुई है.
पंचायती राज चुनाव से पहले राजस्थान में तल्ख सियासी बयानबाजी (Political rhetoric) का दौर तेज हो गया है. इस दौर में बीजेपी और कांग्रेस में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. गहलोत सरकार के अगले 6 माह में गिरने का दावा करने का बयान देकर राजस्थान की राजनीति में उफान लाने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अब कहा है कि कांग्रेस के भीतर ज्वालामुखी सुलग रहा है. यह कभी भी फट सकता है.
गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कटारिया (Kataria) ने कहा कि कांग्रेस के भीतर गर्म लावा इकट्ठा होता जा रहा है. जिस दिन लावे को रास्ता मिलेगा वह उसी दिन फट जायेगा. उन्होंने कहा कि इस सरकार की कोई जिंदगी नहीं बची है. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के बिलों को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है. पंचायती राज चुनाव के नतीजे इस सरकार को डुबोने वाले होंगे.
उन्होंने दावा करते हुये कहा कि जिस दिन कांग्रेस के दोनों धड़ों की बराबर की गणित बैठ जाएगी उसी दिन यह सरकार भी चली जाएगी. कटारिया ने पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि डोटासरा के पीसीसी चीफ बनने के बाद किसी तरह की कोई नियुक्ति नहीं हुई है. जिन लोगों को खेमों में बंद रखा गया था उनको भी अभी तक कुछ नहीं मिला है. कांग्रेस पार्टी में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है. पार्टी भगवान भरोसे ही चल रही है.
कांग्रेस का पलटवार
कटारिया के बयान के बाद कांग्रेस ने भी उन पर पलटवार किया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कटारिया को पार्टी में कोई पूछ नहीं रहा है. इसलिये वे अपने अस्तित्व को बचाने के लिये इस तरह के बयान दे रहे हैं.