पीएम मोदी 10 दिसंबर को रखेंगे नए संसद भवन की आधारशिला, आजादी के 75वें वर्ष पर होगा शुभारंभ

संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नए भवन के निर्माण की आधारशिला संबंधी कार्यक्रम के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाएगा। कुछ लोग मौके पर मौजूद होंगे तथा अन्य लोग डिजिटल माध्यम शामिल होंगे।

पीएम मोदी 10 दिसंबर को रखेंगे नए संसद भवन की आधारशिला, आजादी के 75वें वर्ष पर होगा शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 दिसंबर को नए संसद भवन की आधारशिला रखेंगे. इस बात की जानकारी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शनिवार को दी. इसी दिन पीएम मोदी भूमि पूजन भी करेंगे. दिसंबर में नए संसद भवन के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा . उन्होंने यह भी बताया कि संसद का नया भवन 64,500 वर्गमीटर क्षेत्र में होगा और इसके निर्माण पर कुल 971 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। बिरला ने प्रस्तावित भवन के बारे में विवरण पेश करते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र का वर्तमान मंदिर अपने 100 साल पूरे कर रहा है। यह देशवासियों के लिये गर्व का विषय होगा कि नए भवन का निर्माण हमारे अपने लोगों द्वारा किया जाएगा, जो आत्मनिर्भर भारत का एक प्रमुख उदाहरण होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नए भवन के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित होगी। आशा है कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर संसद का सत्र नए भवन में आयोजित होगा।’’और 2022 के अक्टूबर तक इसके पूरा होने की उम्मीद है


स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि नई बिल्डिंग में लोकसभा सदस्यों के लिए 888 सीट के बैठने की क्षमता होगी जबकि ऊपरी सदन राज्यसभा में बैठने की क्षमता 326 सीटों की होगी. इसमें सभी सांसदों के लिए अलग से कार्यालय होंगे और यह लेटेस्ट डिजिटल तकनीक से लैस होगा, जिसे पेपरलेस ऑफिस की दिशा में एक कदम कहा जा सकता है. लोकसभा अध्यक्ष के अनुसार, संसद की नयी इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी और इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर शामिल होंगे तथा 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी।


नए संसद परिषद की खासियत ये है कि इसको डिजाइन करने वाले विमल पटेल गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले हैं. पटेल ही सेंट्रल विस्टा की रीडिजाइनिंग भी कर रहे हैं. नए संसद भवन में एक राउंड भी होगा. सूत्रों के मुताबिक नई बिल्डिंग की डिजाइन में लोकसभा राज्यसभा और एक खुला आंगन होगा. जिसके चारों ओर एक लॉन्च होगा. इसमें कई दिलचस्प प्रयोग भी दिख सकते हैं.

बिरला ने कहा कि संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि नए भवन के निर्माण की आधारशिला संबंधी कार्यक्रम के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाएगा। कुछ लोग मौके पर मौजूद होंगे तथा अन्य लोग डिजिटल माध्यम शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में कोरोना वायरस से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का पालन होगा। बिरला ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी को इस कार्यक्रम का औपचारिक निमंत्रण दिया।