सर्वदलीय बैठक में बोले PM मोदी- बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है

पीएम मोदी ने सभी पार्टी के नेताओं से कहा कि किसान और सरकार के बीच बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है।

सर्वदलीय बैठक में बोले PM मोदी-   बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन आज भी जारी है। इस आन्दोलन को चलते हुए दो महीने हो गए हैं। ट्रैक्टर रैली के चलते आंदोलन एक बार कमजोर होता दिखाई दिया लेकिन गुरुवार की घटना ने इसमें नई जान डाल दी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद किसानों का गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने का सिलसिला शनिवार के दिन भी जारी है। सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक बार फिर से छिटपुट हिंसा देखने को मिली थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में शनिवार को सर्वदलीय बैठक हुई. इस दौरान किसान आंदोलन (Kisan Andolan) और उनकी मांगों का मुद्दा भी उठा. आल पार्टी मीट में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत, और एसएडी के बलविंदर सिंह भांडेर ने किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी, जबकि जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कानूनों का समर्थन किया.


सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने सभी पार्टी के नेताओं से कहा कि किसान और सरकार के बीच बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है।


पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा, 'कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा वह मैं फिर से दोहराना चाहता हूं.' उन्होंने कहा, 'हम आम सहमति तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम आपको (किसानों को) प्रस्ताव दे रहे हैं. आप जाएं और इस पर चर्चा कर लें.' इसके साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कही बात को दोहराया कि वह किसानों से बस एक फोन कॉल की दूरी पर हैं.


सर्वदलीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है और इस चर्चा में सभी विषयों पर चर्चा होगी और सभी पार्टियों को बोलने का मौका मिलेगा.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के द्वारा किसानों को दिया गया ऑफर अभी भी है. किसानों से सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. 


ऑल पार्टी मीटिंग को लेकर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी  ने जानकारी देते हुए कहा  कि, ''आज सर्वदलीय बैठक में 18 पार्टियों ने हिस्सा लिया और किसानों और कृषि कानून को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान छोटी पार्टियों को भी अधिक समय देने पर सहमति बनी है लेकिन बड़ी पार्टियों को चर्चा में व्यवधान नही  करने की अपील की गई है. 


सूत्रों ने कहा कि बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन नए कृषि कानूनों पर केंद्र का प्रस्ताव अभी भी है. सरकार द्वारा राजनीतिक दलों के समक्ष अपना विधायी एजेंडा रखने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाती है.