असम में बोले PM मोदी- कहा गरीब की तरक्की हमारा लक्ष्य, चुनाव से पहले असम को कई सौगात

प्रधानमंत्री ने असम के धेमाजी के सिलापाथर में आयोजित एक कार्यक्रम में तेल एवं गैस क्षेत्र की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।

असम में बोले PM मोदी- कहा गरीब की तरक्की हमारा लक्ष्य, चुनाव से पहले असम को कई सौगात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम और प बंगाल के दौरे पर हैं। दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यह 1 महीने में तीसरी यात्रा है। प्रधानमंत्री ने असम के धेमाजी के सिलापाथर में आयोजित एक कार्यक्रम में तेल एवं गैस क्षेत्र की महत्वपूर्ण परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने इंजीनियरिंग कॉलेजों का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।


पीएम मोदी ने कहा कि नॉर्थ बैंक में भरपूर सामर्थ्य होने के बावजूद पहले की सरकारों ने इस क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया. यहां की कनेक्टिविटी हो, अस्पताल हों, शिक्षा के संस्थान हों, उद्योग हों, पहले की सरकारो की प्राथमिकता में नहीं रहे. उन्होंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रही हमारी सरकार ने इस भेदभाव को दूर किया है.


असम में संबोधित (PM in Assam) करते हुए पीएम कहा कि आत्मनिर्भर बनते भारत के लिए लगातार अपने सामर्थ्य, अपनी क्षमताओं में भी वृद्धि करना आवश्यक है. बीते वर्षों में हमने भारत में ही, रिफाइनिंग और इमरजेंसी के लिए ऑयल स्टोरेज कैपेसिटी को काफी ज्यादा बढ़ाया है. बोंगइगांव रिफाइनरी में भी रिफाइनिंग कैपेसिटी बढ़ाई गई है.

उज्जवला योजना से महिलाओं की स्थिति बदली

पीएम मोदी ने कहा, गरीब बहन-बेटियों का रसोई के धुएं और बीमारियों के जाल में रहना, उनके जीवन की बहुत बड़ी मजबूरी थी। हमने उज्जवला योजना के माध्यम से इस स्थिति को बदल दिया है। असम में आज गैस कनेक्शन का दायरा तकरीबन शत-प्रतिशत हो रहा है। 

पीएम मोदी ने कहा, मेरा सौभाग्य है कि आज तीसरी बार धेमाजी आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। यहां के लोगों की आत्मीयता, अपनापन और आशीर्वाद मुझे ज्यादा से ज्यादा मेहनत करने और असम व नॉर्थ ईस्ट के लिए कुछ नया करने की प्रेरणा देता है। 

उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के इंजीनियर्स का लोहा मान रही है. असम के युवाओं में तो अद्भुत क्षमता है. इस क्षमता को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार जी जान से जुटी है. असम सरकार के प्रयासों के कारण ही आज यहां 20 से ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज हो चुके हैं