डिजिटल इंडिया को लेकर PM मोदी का बयान, कहा- कोरोना काल में दिखी ताकत, किसानों के जीवन में भी आया बदलाव
कार्यक्रम केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के उद्घाटन संबोधन से शुरू हुआ। लाभार्थियों से वार्ता करने के बाद पीएम ने सभी को संबोधित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को डिजिटल इंडिया की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। एक जुलाई को सरकार की इस महत्वपूर्ण पहल के छह साल पूरे हुए। डिजिटल इंडिया पहल भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के उद्देश्य से शुरू की गयी थी। कार्यक्रम केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के उद्घाटन संबोधन से शुरू हुआ। लाभार्थियों से वार्ता करने के बाद पीएम ने सभी को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि देश में आज की तरफ इनोवेशन का जूनून है, तेज़ वायरलेस इनोवेशन को अपनाना है। इसलिए, डिजिटल इंडिया भारत का संकल्प है। डिजिटल इंडिया भारत की साधना, डिजिटल इंडिया 21वीं सदी में भारत का जयघोष है।
मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान के 6 वर्ष पूरे होने पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज का दिन भारत के सामर्थ्य, भारत के संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को समर्पित है. पीएम ने कहा, 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' के सिद्धातों पर चलते हुए सरकार और जनता के बीच सिस्टम और सुविधाओं के बीच समस्याओं और सर्विस के बीच का गैप कम करना, इनके बीच की मुश्किलें कम करना और जन सामान्य की सुविधा बढ़ाना ये समय की मांग रही है।
पीएम ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, इनकम टैक्स रिटर्न भरना हो, इस तरह के अनेक कामों के लिए अब प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से बहुत आसान, बहुत तेज हुई है और गांवों में तो ये सब, अब अपने घर के पास CSC सेंटर में भी हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कोरोना काल में जो डिजिटल सोल्यूशंस भारत ने तैयार किए हैं, वो आज पूरी दुनिया में चर्चा और आकर्षण का विषय हैं। दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप में से एक, आरोग्य सेतु से कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली है. टीकाकरण के लिए भारत के COWIN app में भी अनेकों देशों ने दिलचस्पी दिखाई है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के लिए ऐसा मॉनिटरिंग टूल होना हमारी तकनीकी कुशलता का प्रमाण है।