नये केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान की नन्हीं बेटी ने खेत से भरी हुंकार, पीसीसी चीफ डोटासरा ने शेयर किया वीडियो
राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मरुधरा की एक नन्हीं से बेटी का जोशीला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे जबर्दस्त किसान आंदोलन के बीच राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मरुधरा की एक नन्हीं से बेटी का जोशीला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इस वीडियो में यह नन्हीं बालिका किसानों की पीड़ा को उजागर करते हुए उन्हें पूरे जोश के साथ आंदोलन को तेज करने की अपील कर रही है. डोटासरा ने अपने ट्वीटर हैंडल पर इस वीडियो को शेयर किया है. उसके बाद यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. उसके बाद यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने यहा वीडियो सोमवार रात 8 बजकर 42 मिनट पर शेयर किया था. उसके बाद मंगलवार को सुबह 7.30 बजे तक इस वीडियो करीब 10 हजार लोग देख चुके हैं. इस वीडियो को 245 बार रिट्वीट किया जा चुका है और करीब डेढ़ हजार लोगों ने इसे लाइक किया है. . 2 मिनट 20 सेकेंड के इस वीडियो में यह बालिका संक्षिप्त भाषण के बाद कविता के माध्यम से आंदोलनकारी किसानों में जोश भरती दिखाई दे रही है. डोटासरा ने इस वीडियो को शेयर करने के साथ ही ट्वीटर हैंडल पर लिखा है कि राजस्थान की गौरवशाली माटी से इस छोटी सी बच्ची ने किसान आंदोलन में मोदी सरकार को घेरते हुए अपनी बुलंद आवाज में केंद्र सरकार पर हमला बोला है, जरा सुनिए…..
राजस्थान की गौरवशाली माटी से इस छोटी सी बच्ची ने किसान आंदोलन में मोदी सरकार को घेरते हुए अपनी बुलंद आवाज़ में केंद्र सरकार पर हमला बोला है, ज़रा सुनिए #SpeakUpForFarmers @RahulGandhi @priyankagandhi @ajaymaken @INCIndia @INCRajasthan pic.twitter.com/ka3FNYWdWp
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 30, 2020
वीडियो में इस बालिका (Little daughter) ने खेत में खड़े होकर किसी मंजे हुए नेता की तरह न केवल भाषण दिया है, बल्कि उसने अपनी कविता में केन्द्र सरकार पर जमकर तंज भी कसे हैं. बालिका ने अपनी कविता के माध्यम से किसान की पीड़ा को उजागर करते हुए उनसे अपील की है कि वे अपनी मांगों को लेकर डटे रहें. जब तक सफलता नहीं मिले पीछे नहीं हटें. बालिका का कहना है किसान आखिर कब तक बेबसी के आंसू बहाता रहेगा. उसे संघर्ष से सफलता की नई इबारत लिखनी है.