Assam Boat Accident : असम के जोरहाट में नाव डूबने से एक की मौत, 84 को बचाया गया, 2 अभी भी लापता

एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगातार लगी हुई हैं

Assam Boat Accident : असम के जोरहाट में नाव डूबने से एक की मौत, 84 को बचाया गया, 2 अभी भी लापता

असम के जोरहाट जिले में बुधवार को स्टीमर से टक्कर के बाद यात्रियों से भरी एक नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई। उसमें 120 से ज्यादा लोग सवार थे। हादसे में एक की मौत हो गई, जबकि 33 से ज्यादा यात्री लापता हैं। अंतर्देशीय जल परिवहन (आइडब्ल्यूटी) विभाग के तीन अधिकारियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगातार लगी हुई हैं।

एक निजी नाव 'मां कमला' निमती घाट से यात्रियों और वाहनों को लेकर माजुली की तरफ रवाना हुई थी। कुछ ही दूरी पर वह सरकारी फेरी स्टीमर त्रिपकाई से टकरा गई। आइडब्ल्यूटी विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'नाव में 120 यात्री सवार थे। इनमें से कई को त्रिपकाई में मौजूद लाइफगार्ड की मदद से बचाया गया।' एसडीआरएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि बचाई गई एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई।


जोरहाट के पुलिस अधीक्षक अंकुर जैन ने बताया, 'हमें 33 से ज्यादा लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। राहत व बचाव अभियान पूरी रात जारी रहेगा।' उपायुक्त अशोक बर्मन ने कहा कि अब तक 42 लोगों को बचाया गया है। उन्होंने बताया, 'डूबने के बाद नाव बहती हुई करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चली गई थी। नाव पलट गई है और हम उसे सीधा नहीं कर पा रहे हैं। सीधा करने के बाद ही पता चल पाएगा कि उसमें कोई फंसा हुआ है या नहीं। सेना कुछ अत्याधुनिक मशीनों के साथ गुरुवार को अभियान में शामिल होगी।'

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने दुर्घटना पर चिंता जताते हुए माजुली व जोरहाट जिला प्रशासन को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की मदद से बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने मंत्री बिमल बोरा को भी मौके पर भेजा और अपने प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा को राहत व बचाव कार्य पर चौबीसों घंटे निगरानी रखने को कहा है। वह गुरुवार को निमती घाट का दौरा करेंगे।